जिंदगी की जंग जीत गया मासूम, 6 घंटे की मशक्कत के बाद 200 फीट गहरे बोरवेल से सुरक्षित निकाला

Share:-

हरमाड़ा : जयपुर जिले के जोबनेर थाना इलाके के कुड़ियों का बास में शनिवार बोरवेल में गिरे बच्चे को सकुशल दोपहर करीब 2 बजे को बाहर निकाल लिया गया है। करीब छह घंटे के रेस्क्यू आपरेशन के बाद बच्चे को सिविल डिफेंस व एनडीआरएफ की टीम ने सकुशल बाहर निकाला। सिविल डिफेंस की टीम ने लोहे का जाल भेजकर निवासी,भोजपुरा कलां
9 वर्षीय अक्षित उर्फ लक्की पुत्र फूलचंद जाट को बोरवेल से बाहर निकाला। यह जाल नीचे जाकर फैल गया। जिसमें अक्षित को लॉक कर बाहर निकाला गया। बाहर निकालने के बाद अक्षित को अस्पताल भेजा गया। जहां उसका उपचार जारी है।बता दें, घटना शनिवार सुबह करीब आठ बजे की है। जब अक्षित अपने नाना के घर के बाहर खेल रहा था। तभी अचानक बोरवेल में गिर गया। जब परिजनों को मालुम चला तो मौके पर हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर पर जोबनेर पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद घटना की जानकारी सिविल डिफेंस को दी गई। इसके बाद जयपुर से सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची। जयपुर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित, मंत्री लालचंद कटारिया व अन्य भी मौके पर पहुंचे। बोरवेल में से अक्षित को बाहर निकालने के लिए सिविल डिफेंस व एसडीआरएफ की टीम ने एक जुगाड़ बनाया। इसमें पाइप और रस्सियों से बच्चे को लॉक कर बच्चे को बाहर खींच लिया गया।

6 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन तबतब निकला अक्षित…..

एसडीआरएफ कमांडेंट राजकुमार गुप्ता के करीब करीब 6 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बचाव कर्मियों ने मासूम को बोरवेल से सुरक्षित निकाल लिया और उसे एंबुलेंस से चिकित्‍सकीय जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है. बच्चे की उम्र 9 साल है और वह 200 गहरे बोरवेल में लगभग 70 फीट की गहराई पर फंसा था।आपको बता दें कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बच्चा बचाव दल के सदस्‍यों से बातचीत करता रहा और उसे ऑक्सीजन के साथ-साथ पीने का पानी और बिस्कुट भी दिया गया. घटना की सूचना मिलने पर कृषि मंत्री लालचंद कटारिया भी मौके पर पहुंचे थे।

छुट्टियां बिताने आया मौत के मुंह में जा गिरा……
अक्षित उर्फ लक्की गर्मियों की छुटि्टयों में अपने मामा के यहां आया हुआ था। भोजपुरा कलां में मामा के घर के पास ही खेत में बोरवेल बना हुआ था।
सुबह उठने के बाद वह खेलते-खेलते बोरवेल के पास चला गया। अचानक उसका पैर फिसला और वह बोरवेल में 70 फीट की गहराई में फंस गया। घरवालों को काफी देर तक अक्षित नहीं दिखा तो उसे ढूंढना शुरू किया। इस बीच बोरवेल से कुछ हलचल हुई। अक्षित की आवाज आ रही थी। तब घरवालों को हादसे का पता चला। उन्होंने फौरन प्रशासन को इसकी जानकारी दी।अक्षित के माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल था। उसके पिता फूलचंद ने कहा कि हमें बहुत डर लग रहा था, क्योंकि अक्षित को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और काफी अंधेरा होने से वह बहुत परेशान था। हालांकि, रेस्क्यू टीम ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि जल्द ही उसे बाहर निकाल दिया जाएगा।

यूं चला घटनाक्रम……

(1)- 7 बजे बच्चा खेलते हुए बोरवेल में गिरा। परिवार के लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम जयपुर ग्रामीण को सूचना दी।

(2)-8 बजे पुलिस और सिविल डिफेंस टीम मौके पर पहुंची। टीम ने कंट्रोल रूम को बताया कि ऑपरेशन करने में टाइम लग सकता है।
(3)-9 बजे एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू शुरू किया। लोहे के जाल के जरिए बच्चे को निकालने की कोशिश की गई।
(4)-10 बजे के आसपास बच्चे को ग्लूकोज वाला पानी और खाने के लिए बिस्किट दिया गया।

(5)-10:15 बजे एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची। दोपहर 12 बजे बोरवेल के पैरलल गड्‌ढा खोदने का काम शुरू हुआ।
(6)-2 बजे दोपहर में बच्चे को बोरवेल से सुरक्षित निकाल लिया गया। उसे एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *