भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस्ड ओपन एआई के ChatGPT और गूगल के ‘बार्ड’ जैसे अन्य AI प्लेटफॉर्म्स को रेगुलेट करने की योजना बना रहा है। हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘जब ChatGPT और बार्ड जैसे प्लेटफॉर्म की बात आती है तो कॉपीराइट और एल्गोरिथम को लेकर चिंताएं सामने आती हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया देख रही है कि AI के लिए रेगुलेटरी सेटअप और फ्रेमवर्क क्या होना चाहिए? G7 देशों के डिजिटल मंत्री गंभीर रूप से चिंतित हैं कि इसके लिए फ्रेमवर्क क्या होना चाहिए? इसलिए यह किसी एक देश का मुद्दा नहीं है। यह वैश्विक मुद्दा है, जिसे अंतरराष्ट्रीय नजरिए से देखा जाना चाहिए। AI प्लेटफॉर्म के बढ़ते प्रभाव को विभिन्न देश देख रहे हैं। भारत में AI से रिलेटेड कानून अन्य समान विचारधारा वाले देशों के साथ मिलकर तैयार किया जाएगा।’
यूरोपीय यूनियन और चीन पेश कर चुके हैं नियम
इस साल की शुरुआत में यूरोपीय यूनियन के सांसदों ने AI टेक्नोलॉजी को रेगुलेट करने के लिए नियम पेश किए है। जबकि चीन ने ChatGPT जेनेरेटिव जैसे AI प्रोडक्ट को कंपनीज कैसे विकसित करती हैं उसके लिए ड्राफ्ट रूल जारी किए हैं।
AI पर सरकार का नियंत्रण जरूरी
ChatGPT बनाने वाले सैम ऑल्टमैन ने अमेरिकी सीनेट पैनल के सामने कहा कि AI पर सरकार का नियंत्रण जरूरी है और इसके लिए नियम बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें लगता है कि तेजी से उभरते इस शक्तिशाली मॉडल के खतरों को कम करने के लिए सरकारों के नियामक हस्तक्षेप जरूरी हैं। जैसे-जैसे यह टेक्नोलॉजी एडवांस होगी, हम समझते हैं कि लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि यह हमारे जीने के तरीके को कैसे बदल सकता है? हम भी इसके बारे में चिंतित हैं।’
ChatGPT और बार्ड से पूछ सकते हैं कोई भी सवाल
ChatGPT और बार्ड से यूजर्स कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। हालांकि, कई मामलों में ChatGPT लेटेस्ट जानकारी नहीं देता है। जब हमने कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट के बारे में सवाल किया तो ओपन AI के इस चैटबॉट ने बताया, ‘अभी तक कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख निश्चित नहीं हुई है।’ जबकि बार्ड ने इस सवाल पर लेटेस्ट जानकारी दी।
टेक कंपनी गूगल का AI चैटबॉट ‘बार्ड’ पूछने पर फाइनेंशियल एडवाइज भी दे रहा है, जिसे कंपनी ने 10 मई को भारत सहित 180 से अधिक देशों में लॉन्च किया है। वहीं, जब ChatGPT से फाइनेंशियल एडवाइज से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उसने जबाव देने से इंकार कर दिया। ChatGPT रिप्लाई मैसेज के जरिए कहता है ‘मैं फाइनेंशियल एडवाइज और स्टॉक रिकमेंडेशन नहीं दे सकता हूं।
गूगल ने अपने सबसे बड़े डेवलपर इवेंट I/O-2023 में गूगल मैप्स का एक नया फीचर ‘इमर्सिव व्यू (Immersive View)’ लॉन्च किया है। इस फीचर की मदद से यूजर घर बैठे ही एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए अलग-अलग रूट देख सकेंगे।
इसके साथ ही इस रूट की हवा की गुणवत्ता (air quality), मौसम की रियल टाइम जानकारी (real time weather update) और ट्रैफिक की स्थिति के बारे में जान सकेंगे। इसके अलावा यूजर कहीं जाने से पहले ही उस जगह (दुनिया में कहीं भी) का लाइव व्यू देख सकेंगे।
इमर्सिव व्यू फीचर लोगों के सफर को आसान बना देगा
इवेंट में अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई ने बताया कि गूगल मैप्स लोगों को हर दिन 20 बिलियन KM से ज्यादा के डायरेक्शन प्रोवाइड कराता है। अब नया इमर्सिव व्यू फीचर लोगों के सफर को आसान बना देगा। चाहे आप वॉकिंग कर रहे हों, साइकिल चला रहे हों या कोई गाड़ी। इमर्सिव व्यू फीचर iOS, एंड्रॉयड और गूगल मैप्स तीनों प्लेटफॉर्म पर काम करेगा।