18 मई बुजुर्ग महिला के हाथ-पैर बांधकर गला रेतकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों सगे भाई है। मामले में दो नाबालिगों को भी पुलिस ने संरक्षण में लिया है। आरोपियों ने बुजुर्ग के रुपए और गहने लूटने के लिए हत्या की थी। पड़ोसी के जागने से वे संदूक में रखे रुपए और गहने नहीं ले जा सकें और भाग गए।
पाली SP डॉ. गगनदीप सिंगला ने बताया कि रास थाना क्षेत्र के रावतों की ढाणी (रामपुरा) में 13 मई की देर शाम को घर में 65 साल की मैथी देवी पत्नी मांगू सिंह रावत का शव पड़ा मिला था। शव बरामदे में चारपाई पर रस्सी से बंधा मिला था। चोर बुजुर्ग के गले में पहनी सोने की कंठी और बोर लूटकर ले गए थे। कमरे में रखे संदूक से गहने- रुपए चोरी कर ले जाने का प्रयास किया था लेकिन पड़ोसी के मकान का दरवाजा खुलने से वे डर गए और मौके से भाग गए थे।
दो नाबालिग को भी संरक्षण में लिया
रास SHO ओमप्रकाश कासनिया और उनकी टीम के साथ साइबर सेल की टीम आरोपियों की तलाश में जुटी। कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए मामले में पुलिस ने बालाजी नगर तालाब पायला (रास) निवासी 24 साल के प्रकाश पुत्र बस्तीराम माली और चिन्टू उर्फ महावीर पुत्र बस्तीराम माली को गिरफ्तार किया। हत्याकांड को अंजाम देने में शामिल दो नाबालिग को भी पुलिस ने संरक्षण में लिया है। आरोपियों को पकड़ने में साइबर सेल प्रभारी गौतम आचार्य की सराहनीय भूमिका रही।
बेहोश करने के लिए स्प्रे, रस्सी और चाकू साथ ले गए
मृतका मैथीदेवी के घर रुपए गहने होने की बात चिंटू ने अपने बड़े भाई प्रकाश को बताई। तो उन्होंने गहने लूटने के लिए वृद्धा की हत्या की साजिश रची। इसमें चिंटू ने अपने दो नाबालिग दोस्तों को भी शामिल किया । वृद्धा गुस्सैल स्वभाव की थी। यह देखते हुए आरोपी प्रकाश वृद्धा को बेहोश करने के लिए स्प्रे, हाथ-पांव बांधने के लिए रस्सी, मुंह दबाने के लिए कपड़ा और चाकू भी साथ ले गए।
उधार रुपए देने का करती थी काम
मृतका के पति मांगू सिंह रावत की कोरोना के दौरान मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद वह ब्याज पर रुपए उधार देने का काम करती थी। इसको लेकर बदमाशों की उस पर नजर थी । संदूक से रुपए उधार देते हुए उसमें रुपए और गहने देख उनकी नीयत बिगड़ी और वृद्धा की हत्या की साजिश रची ताकि सोने-चांदी के गहने और रुपए लूट कर ले जा सकें।