58 साल बाद चतुर्ग्रही योग में मनाई जाएगी शनिश्चरी अमावस्या

Share:-

शनि मंदिरों में होंगे विशेष धार्मिक आयोजन, महिलाएं रखेगी वट सावित्री व्रत

जोधपुर। इस बार ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या शुक्रवार को भरणी-कृतिका नक्षत्र, शोभन योग में वट पूजन-शनिश्चरी अमावस्या के रूप में मनाई जाएगी। इस मौके पर शनि जयंती का संयोग रहने से शनिदेव की आराधना के साथ ही शनि भक्त व्रत रखकर पूजा अर्चना करेंगे। शहर के सभी शनि मंदिरों में विशेष धार्मिक आयोजन होंगे।
पंडितों ने बताया कि ग्रहों के न्यायाधिपति शनि जयंती के पर्व पर कल मेष राशि में चार ग्रह यानि चंद्र, बुध, गुरु और राहु विराजमान रहेंगे। साथ ही मंगल-शनि का षड़ाष्टक योग रहेगा। लगभग 58 साल यह संयोग रहेगा। शनिश्चरी अमावस्या पर साढ़ेसाती, ढैय्या से मुक्ति के लिए जातक विभिन्न उपाय करेंगे। वर्तमान समय में मकर, कुंभ और मीन को साढ़ेसाती और कर्क, वृश्चिक राशि के जातकों की ढैय्या चल रही है।
शास्त्रानुसार इस दिन वट सावित्री व्रत करने से पति की दीघार्यु के साथ ही संतान की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होती है। महिलाएं वट की पूजा के साथ जल अर्पित करने के साथ ही परिक्रमा करने के साथ 108 बार चारों ओर बंधन बनाकर अर्चना करती है। शास्त्रानुसार वटवृक्ष के नीचे सावित्री ने अपने व्रत से मृत पति को पुन: जीवित कराया था। तब से यह वटसावित्री व्रत के नाम से भी जाना जाता है। ज्योतिषविदों के मुताबिक वट वृक्ष हानिकारक गैसों को नष्ट कर वातावरण की शुद्धि में मददगार है। वट वृक्ष (बड़ वृक्ष) दीर्घायु, अक्षय सौभाग्य, निरंतर, भाग्योदय की आराधना के लिए खास है। बुजुर्ग महिलाओं के साथ नवविवाहिताएं सुहाग की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखकर वट वृक्ष की पूजा-अर्चना कर परिक्रमा करती है। वट वृक्ष की जड़ में ब्रह्मा, बीच में भगवान विष्णु और ऊपरी भाग में भोलेनाथ का वास होता है।
शनिधाम में मनाया जाएगा शनि जयंती महोत्सव
शास्त्रीनगर स्थित शनिधाम में शनि जयंती महोत्सव धूमधाम से विभिन्न कार्यक्रमों के साथ मनाया जाएगा। शनिधाम के महंत पंडित हेमंत बोहरा ने बताया कि शनि जयंती महोत्सव के तहत सुबह सात बजे ध्वजारोहण, नौ बजे शनि सहस्त्रनाम पाठ, शनि महापूजन महायज्ञ आरंभ होगा। दोपहर बारह महा शिव अभिषेक, उसके पश्चात संपूर्ण राजस्थान के भांग प्रेमी शिव भक्तों का सम्मेलन बारह छप्पन आयोजित किया जाएगा। पंडित हेमंत बोहरा ने बताया कि बारह छप्पन6 कार्यक्रम ठीक दोपहर 12.56 बजे होगा उसके पश्चात शिव भक्तों द्वारा भजन संध्या का आयोजन रहेगा। शाम 6 बजे इस कार्यक्रम की पूर्णाहुति होगी।। शाम 6 बजे शनि महायज्ञ और शनि जयंती महा पूजन तेल अभिषेक की पूर्णाहुति होगी। इस अवसर पर तपस्वी संत मनोज गिरी महाराज का सानिध्य प्राप्त होगा और उनके पावन हाथों से 1100 गोटा और 21 दिव्य ज्योति से शनि जयंती की महाआरती होगी। इस अवसर पर मनोज गिरी महाराज द्वारा स्वयंनिर्मित कई जड़ी बूटियों और औषधियों से निर्मित विशेष अभिमंत्रित दर्द निवारक और हड्डी रोग संबंधी चर्म रोग संबंधित विशेष तेल का निशुल्क वितरण किया जाएगा। इस अवसर पर शनि धाम के नव निर्मित दो द्वार गेट का लोकार्पण समारोह आयोजित किया जाएगा। शाम 6 बजे उद्घाटन किया जाएग। इस दौरान गुरुदेव मनोज गिरी जी महाराज के पावन सानिध्य में शहर विधायक मनीषा पंवार और नगर निगम दक्षिण की महापौर वनिता सेठ, कांग्रेस के दक्षिण जिलाध्यक्ष दक्षिण नरेश जोशी गेट का लोकार्पण करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *