जयपुर, 11 मई : चुनावी साल में चल रहे प्रदेश में करीब सात माह बाद विधानसभा चुनाव होना है और इसी के चलते राज्य निवार्चन आयोग सक्रिय हो गया है। चुनाव कोदेखते हुए ईवीएम/वीवीपेट मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) का कार्य 15 मई से 5 जून तक सभी जिलों में किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्त गुरुवार को को शासन सचिवालय में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। गुप्ता ने कहा कि निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए ईवीएम की प्रथम स्तरीय जांच आवश्यक है। उन्होंने बताया कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में मशीनों की मॉक ड्रिल की जाएगी और वे मशीनों से संबंधित जिज्ञासाओं पर जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि एफएलसी के बाद ट्रेनिंग एवं जागरूकता अभियान के लिए 10 प्रतिशत मशीन सैट आरक्षित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण एवं प्रचार-प्रसार हेतु रिसोर्स पर्सन को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। साथ ही, मोबाईल डेमोंस्ट्रेशन वैन तथा कैंपों का आयोजन कर मतदान प्रक्रिया से आम लोगों को, विशेषकर नवीन मतदाताओं, को जागरूक किया जाएगा। आमजन को ईवीएम-वीवीपैट की नॉन टेम्परबिलिटी के बारे में भी बताया जाएगा।
2023-05-11