गोवा में शुक्रवार को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई। इस दौरान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की भी मुलाकात हुई। मीटिंग के दौरान एस जयशंकर ने नमस्ते किया तो बिलावल ने भी हाथ जोड़े।
बैठक खत्म होने के बाद जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, ‘SCO सदस्य देश के विदेश मंत्री के तौर पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ बाकी सदस्य देशों के विदेश मंत्री की तरह ही व्यवहार किया गया। लेकिन आतंकवाद के प्रमोटर, प्रोटेक्टर और आतंक के इंडस्ट्री के प्रवक्ता के तौर पर उनका काउंटर किया गया।’
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने प्रेस से बातचीत के दौरान जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था। बिलावल ने आर्टिकल 370 खत्म करने के भारत के फैसले को गैर कानूनी बताया। उन्होंने कहा- कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीनकर भारत ने बातचीत के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं।
पीड़ित और साजिशकर्ता एकसाथ नहीं बैठ सकते
बिलावल की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर किए गए सवाल पर जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद की इंडस्ट्री का प्रवक्ता है, उसकी किसी भी बात पर भरोसा नहीं किया जा सकता। भुट्टो की यात्रा को SCO की बैठक तक ही देखा जाए। इसका कोई और मतलब न निकाला जाए। उन्होंने कहा कि पीड़ित और साजिशकर्ता एकसाथ नहीं बैठ सकते।
जयशंकर ने बिलावल से मिलने के 10 मिनट बाद उठाया आतंक का मुद्दा
SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक में पाक विदेश मंत्री भुट्टो से मिलने के 10 मिनट बाद ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया था।
उन्होंने कहा था- आतंकवाद दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। इसे किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता है। जयशंकर ने ये भी कहा कि आतंकवाद से हर रूप में लड़ना और उसे हर हाल में रोकना होगा।