सवाई माधोपुर। वनाधिकारियों की अनदेखी के चलते लापरवाहियों का दौर लगातार जारी है। यहां बाघ बाघिनों और शावकों के गायब होने और अवैध शिकार के मामले लगातार सामने आ रहे है। जिससे यहां वन विभाग की ट्रेकिंग और मॉनिटरिंग पर सवाल खड़े हो रहे है। वहीं अब रणथम्भौर में सरकारी जिप्सियों के नियम तोड़ने का मामला सामने आया है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम करीब 6.45 बजे सरकारी जिप्सियों के टाइगर के डिस्टर्ब करने करने की घटना हुई। यहां त्रिनेत्र गणेश मन्दिर मार्ग पर दो सरकारी जिप्सियों को टाइगर टाइटिंग हुई थी। यह सरकारी जिप्सी टाइगर से महज दस मीटर की दूरी थी। वहीं नियमानुसार सफारी के दौरान टाइगर से जिप्सियों की दूरी करीब 50 से 60 मीटर होनी चाहिए।
घटना के बाद अब लोगों ने चर्चा है कि वनाधिकारियों की जिप्सियों के लिए रणथम्भौर में नियम, कानून और कायदे बदल जाते है। वहीं प्राइवेट जिप्सियों के ऐसे मामलों में वन विभाग तुरन्त कार्रवाई करता है। वन विभाग की ओर अक्सर सफारी के दौरान के नियम तोड़ने पर जिप्सी, गाइड और ड्राइवरों पर बैंन लगा दिया जाता है। लोगों में चर्चा है कि क्या इस मामले में भी वन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई की जाएगी। वहीं पूरे मामले को लेकर रणथम्भौर टाइगर रिजर्व प्रथम के DFO मोहित गुप्ता का कहना है जल्ह मामले की जांच कराई जाएगी। जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।