जोधपुर। सफाई भर्ती में शत-प्रतिशत वाल्मीकि समाज को आरक्षण देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की झाडू डाउन हड़ताल बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रही। उन्होंने आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जन्मदिवस पर काला दिवस मनाया। उन्होंने शहर की सड़कों पर रैली निकाली और फिर कलेक्ट्रेट का घेराव किया। इस दौरान कलेक्ट्रेट के बाहर काफी देर तक यातायात जाम की स्थिति रही। इधर सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से पूरे शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। शहर के विभिन्न स्थानों से कचरा नहीं उठने से जगह-जगह गंदगी व कचरे के ढेर लग गए है। शहर की सड़कों के साथ ही डंपिंग स्टेशन से कचरा नहीं उठा।
सफाई कर्मचारियों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नरेश कंडारा ने बताया कि नगर निगम में सफाई कर्मचारी भर्ती में वाल्मीकि समाज के लोगों को सौ प्रतिशत भर्ती करने एवं अन्य जातियों को इस सफाई भर्ती में शामिल करने के विरोध में तथा 2012 व 2018 में नियुक्त हुए स्वर्ण जाति सफाई कर्मचारियों को उनके मूल पदों पर लगाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर निगम के सभी सफाई कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी है। आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जन्मदिवस को सफाईकर्मियों ने काले दिवस के रूप में मनाया। धरने पर बैठे सफाई कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधी। साथ ही दोनों ही मेयर के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसके बाद यहां से रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया गया। कंडारा ने बताया कि वाल्मीकि समाज की मांग है कि आने वाले दिनों में प्रदेश में जो सफाई कर्मचारियों की भर्ती हो उसमें सौ प्रतिशत आरक्षण उनके समाज को दिया जाए। इसके अलावा नगर निगम जोधपुर में वर्तमान में गैर वाल्मीकि जो कि सफाई कर्मचारी के पद पर भर्ती है लेकिन अपना मूल काम नहीं कर रहा है उसे कार्यालय से हटाकर फील्ड में भेजा जाए।