सेवा भारती का सर्व जातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन 29 को , 16 समाज के 32 जोड़े बंधेंगे परिणय सूत्र में

Share:-

हरमाड़ा। नर सेवा नारायण सेवा के ध्येय वाक्य के साथ समाज के पीड़ित उपेक्षित, वंचित और अभावग्रस्त तबके के लिए कार्य कर करने वाली राष्ट्रीय स्तर की संस्था सेवा भारती जयपुर के तत्वावधान में जानकी नवमी, शनिवार, 29 अप्रेल के अबूझ मुहूर्त में 12वां सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। सीकर रोड स्थित अंबावाड़ी के आदर्श विद्या मंदिर में होने वाले सामूहिक विवाह सम्मेलन में 16 जातियों के 32 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। इनमें छह जोड़े अंतरजातीय हैं। सामूहिक विवाह सम्मेलन की तैयारियां जोर शोर से चल रही है। गुरुवार को टेंट लगाने का काम शुरू हो गया। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं और दानदाताओं की ओर से उपहार सामग्री भी पहुंचनी प्रारंभ हो गई है। मेहमानों के लिए मिठाई बनाने का काम भी गुरुवार को शुरू हो गया
सामूहिक विवाह सम्मेलन में जयपुर के अलावा उत्तराखंड, दिल्ली, अहमदाबाद, सीकर, झुंझुनूं, अलवर, अजमेर के जोड़े भी शामिल हैं। सभी जोड़ों का हिंदू रीति-नीति से विवाह संपन्न कराया जाएगा। शुक्रवार को महिला संगीत औऱ मेहंदी की रस्म होगी। विवाह की सभी रस्में आदर्श विद्या मंदिर में होगी। शनिवार, 29 अप्रेल को सुबह थाम पूजा और प्रधान पूजा होगी। इसके बाद ढहर के बालाजी स्थित सियारामदास जी की बगीची से गाजेबाजे के साथ बारात निकासी होगी। सभी दुल्हे घोड़ी पर सवार रहेंगे। तोरण की रस्म के बाद वरमाला होगी। इसके बाद वैदिक विधि से 64 पंडित पाणिग्रहण संस्कार संपन्न कराएंगे।

संत-महंत देंगे आशीर्वाद:

नव दंपत्ति को खोजी द्वाराचार्य त्रिवेणी धाम के रामरिछपालदास महाराज, ब्रह्म पीठाधीश्वर रामरतनदेवाचार्य महाराज, रैवासाधाम के राघवाचार्य वेदांती, रामशरणदास महाराज, महंत चमन गिरी महाराज, महामंडलेश्वर रामबालकदास महाराज, सियारामदास महाराज, बजरंग देवाचार्य, मुरली मनोहर अकिंचन महाराज नव दंपत्तियों को आशीर्वाद प्रदान करेंगे। इनके अलावा जन प्रतिनिधि भी आशीर्वाद समारोह के साक्षी बनेंगे।

छह बेटियों के नहीं है पिता:

सामूहिक विवाह में परिणय सूत्र में बंधने वाली 32 में 6 बेटियों के पिता नहीं है। इनके निकटवर्ती परिजन कन्यादान करेंगे। बेटियों के अलावा तीन लड़कों के सिर से पिता का साया उठ चुका है। सेवा भारती जयपुर की ओर से सभी जोड़ों को करीब 80 हजार रूपए का घरेलू सामान, गहने, कपड़े, बर्तन, फर्नीचर उपहार स्वरूप भेंट किए जाएंगे। प्रत्येक वर-वधु से 60 मेहमान विवाह में शामिल होंगे। मेहमानों के रूकने की व्यवस्था आदर्श विद्या मंदिर में होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *