उदयपुर में एसओजी की बड़ी कार्रवाई: तेंदुए का शिकार कर खाल बेचने वाला गिरफ्तार

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चार खाल बरामद, पूछताछ में खुलासा चार साल में कई तेंदुओं का कर चुका शिकार

उदयपुर, 27 अप्रैल(ब्यूरो)। राजस्थान एसओजी ने उदयपुर में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। जिसमें तेंदुए का शिकार कर उसकी खाल की तस्करी करने वाले को दबोचकर उससे तेंदुए की चार खाल बरामद की। पूछताछ में उसने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने बताया कि वह चार साल में कई तेंदुओं का शिकार कर चुका। माना जा रहा है कि इसमें कोई बड़ा तस्कर गिरोह शामिल है, जो तेंदुओं का शिकार कराने के साथ उनकी खालों की तस्करी कर लाखों में सौदा करता है। पकड़े गए आरोपी से इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।
मामला उदयपुर के गोगुन्दा थाना क्षेत्र का है। जहां एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ के निर्देश पर टीम ने रात साढ़े दस बजे हाई वे स्थित होटल विष्णु पर दबिश दी और देकर पलादड़ा खुर्द निवासी चूनाराम उर्फ सुनील नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उससे तेंदुएं की चार खालें बरामद की। जिनमें से दो बड़े तेंदुएं की थी, जबकि दोशवक की बताई गई। एसओजी ने उसकी बाइक, मोबाइल और अन्य सामग्री बरामद की है। मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाने के साथ उनके संबंधों का पता लगाया जा रहा है। शुरूआती पूछताछ में उससे खुलासा हुआ है कि पिछले चार साल से वह तेंदुओं का शिकार कर उनकी खालें बेच रहा है। उदयपुर संभाग के कुम्भलगढ़ और रणकपुर वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में उसने तेंदुओं का शिकार किया।

वन विभाग के कर्मचारियों से पहचान कर लेता था जानकारी
आरोपी चूनाराम वन विभाग के कर्मचारियों से जान—पहचान बढ़ाकर क्षेत्र के जंगलों में तेंदुओं के बारे में जानकारी लेता था। वह जिस तरह से बातचीत करता, उससे वनकर्मियों को उसके इरादे समझ में नहीं आते। वनकर्मी समझते थे कि ग्रामीणों में तेंदुओं को लेकर भय रहताहै और वह इसी संबंध में जानकारी ले रहा होगा। आरोपी के स्थानीय होने से उसे तेंदुए का एरिया और उसके मूवमेंट का पता रहता था, फिर वह जंगल में उन्हें मारने का प्लान बनाता था।
किशोरियों का अपहरण कर उनकी शादी कराने का आरोपी भी है चूनाराम
तेंदुओं का शिकार कर उनकी खाल की तस्करी के मामले में गिरफ्तार चूनराम किशोरियों का अपहरण कर पैसा लेकर उनकी शादी कराने के मामले में पहले पकड़ा जा चुका है। बताया गया कि चूनाराम ने दो शादी की थी। पहली पत्नी से पांच तथा दूसरी पत्नी से छह बच्चे हैं। फिलहाल वह दूसरी पत्नी और बच्चों के साथ रह रहा था।

बड़े तस्कर गिरोह की संभावना
मामले में 4 तेंदुए की खाल के साथ तस्कर को पकड़े जाने के बाद एसओजी को इसके पीछे कोई बड़े सक्रिय गिरोह होने की संभावना है। इस संबंध में एसओजी की टीम आरोपी से सख्ती से पूछताछ में जुटी है, जिसमें ये सामने आएगा कि तेंदुए के शिकार में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। साथ ही तेंदुए की खाल को किसके द्वारा और कहां-कहां बेचा जा रहा था।

उदयपुर में डेढ़ सौ से ज्यादा तेंदुए
वन विभाग के मुताबिक उदयपुर जिले में इस साल डेढ़ सौ से अधिक तेंदुए हैं। जिले में सर्वाधिक 2700 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में वन क्षेत्र है और इस लिहाज से यहां वन्यजीव भी ज्यादा हैं। पिछले साल जब वन विभाग ने जब वन्यजीवों की गिनती की तब जिले में 160 तेंदुए पाए गए थे। वन्यजीव अधिकारी अशोक कुमार का कहना है कि क्षेत्र में तेंदुओं का शिकार कर उनकी खालों की तस्करी का यह मामला पहली बार सामने आया है।

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