जोधपुर। आईआईटी जोधपुर के शोधकर्ताओं ने एक तकनीक का पता लगाया है जिसके तहत इंफ्रा रेड थर्मल इमेजिंग से बौइलिंग और कंडेनसेशन हीट ट्रांसफर को नापा जा सकता है। साथ ही फ्लूइड मिक्सिंग और गैस लिक्विड फ्लो को विजुअलाइज्ड किया जा सकेगा। इंडस्ट्रीज में इसके उपयोग से फायदा होगा। इस रिसर्च को फाइनेंशियल सपोर्ट रक्षा मंत्रालय ने बतौर टेक्नो कॉमर्शियल प्रोजेक्ट और थर्मैक्स एसपीएक्स एनर्जी टेक्नोलॉजी लिमिटेड ने दिया है।
इस रिसर्च का खास मकसद मल्टीफेज़ फ्लो में फ्लुइड फ्लो और टेम्परेचर डिस्ट्रिब्यूशन को विजुअल करना और ब्वाइलिंग और कंडेनसेशन के दौरान हीट ट्रांस्फर की रेट और हीट ट्रांस्फर कोफिसियंट का मेजरमेंट करना है। रिसर्चर्स ने संस्थान में ही मल्टी- इलेक्ट्रोड सेंसर सिस्टम तैयार किया है जो लिक्विड गैस फ्लो की टोमोग्राफी और वैक्यूम वाष्पीकरण प्रक्रिया और ब्वाइलिंग सिस्टम से डीसैलिनेशन की प्रक्रिया विजुअल करेगा। इस शोध कार्य में आईआईटी जोधपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के डॉ हार्दिक कोठाडिय़ा और डॉ अरुण कुमार और उनके स्टूडेंट सर्वजीत सिंह, अरविंद कुमार, बिकाश पटनायक, अनूप एसएल, आस्था गौतम और अन्य फैकल्टी मेंबर, डॉ प्रोद्युत रंजन चक्रवर्ती, डॉ साक्षी धनेकर और डॉ कमलजीत रंगरा शामिल थे। यह शोध इंटरनेशनल जर्नल ऑफ थर्मल साइंसेज पब्लिश हुआ है। यह प्रायोगिक शोध फ्लो बौइलिंग के दौरान लोकल हीट ट्रांसफर प्रेशर ड्रॉप और क्रिटिकल हीट फ्लक्स पर कॉइल ओरिएंटेशन का प्रभाव जानने के लिए किया गया है। इसमें अलग अलग डायमीटर के एसएस 304 ट्यूबों के साथ हौरिजोंटल और वर्टिकल ओरिएंटेशन का उपयोग किया गया। रिसर्च के रिजल्ट में पता चला कि कॉइल्स के ओरिएंटेशन का टू फेज प्रेशर ड्रॉप पर खास प्रभाव नहीं पड़ा लेकिन वाल टेम्प्रेचर हीट ट्रांसफर डिस्ट्रीब्यूशन और क्रिटिकल हीट फ्लक्स पर इसका प्रभाव पड़ा है। शोध में यह देखा गया कि होरिजांटल की तुलना में वर्टिकल ओरिएंटेड होने के मामले में लोकल और एवरेज हीट ट्रांस्फर कोफिसियंट अधिक था। इस शोध का अंतिम लक्ष्य सोलर थर्मल डीसैलिनेशन सिस्टम का विकास करना और विभिन्न औद्योगिक कार्यों में फ्लूइड मिक्सिंग और गैस लिक्विड फ्लो का विजुअलाइज्ड करना है। शोधकर्ताओं को यह उम्मीद है कि भविष्य में इस शोध का लाभ लेकर मल्टी इलेक्ट्रोड सेंसर सिस्टम और मल्टी इफेक्ट डिसेलिनेशन सिस्टम विकसित कर पाएंगे।
2023-04-25