दिन दहाड़े एडवोकेट ने किया आत्मदाह -भगवा रक्षक दल से जुड़ा था, पुलिस पड़ताल में जुटी

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जयपुर, 23 अप्रैल (ब्यूरो): करधनी इलाके में एक एडवोकेट ने सरेआम पेट्रोल उड़ेलकर आत्मदाह कर लिया। आग की लपटों से घिरा वकील चिल्लाने लगा तो राहगीर उसे बचाने दौड़े। पुलिस को सूचना देकर जैसे-तैसे आग बुझाकर उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने एफएसएल की मदद से साक्ष्य जुटाए हैं, जबकि एडिशन कमिश्नर कैलाश चन्द बिश्नोई ने भी घटना स्थल का जायजा लिया है। पुलिस उसके मोबाइल डिटेल और परिजनों से पूछताछ कर आत्मदाह के कारणों का पता लगा रही है। शव को एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है जहां सोमवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
पुलिस के अनुसार आत्मदाह करने वाला देवेन्द्र शर्मा निवासी मुरलीपुरा पेशे से एडवोकेट था और भगवा रक्षक दल से जुड़ा था। घटनाक्रम के अनुसार वह दोपहर को अल्टो कार लेकर घर निकला और बैनाड रोड स्थित एक्सपे्रस हाईवे फ्लाई ओवर पर पहुंचा। वह कार से उतरा और बोतल में भरा पेट्रोल अपने ऊपर उड़ेलकर आग लगा लगी। जिस जगह उसने आत्मदाह किया वहां से उसका घर भी दिखाई देने की बात सामने आई है। आग की लपटों से घिरा एडवोकेट सरेआम जलने लगा तो वह चिल्लाता हुआ इधर-उधर भागने लगा। राहगीरों ने माजरा भांपा तो अफरा-तफरी मच गई। बाद में राहत कार्य शुरू कर जैसे-तैसे आग बुझाकर पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिली है कि देवेन्द्र शर्मा बुरी तरह जल चुका था जिसके चलते उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
बीमारी या कर्ज से टूटा
जानकारी मिली है कि आत्मदाह करने वाला देवेन्द्र शर्मा लम्बे समय से बीमारी से त्रस्त था। हालांकि उस पर कर्जा होने की भी बात सामने आई है। एडिशनल कमिश्नर कैलाश बिश्नोई के अनुसार इस बात का पता लगाया जा रहा है कि आखिर किस वजह से यह कदम उठाया। मौके पर मिले मोबाइल फोन को भी को जांच के लिए कब्जे में लिया है। उसकी आखिरी बार किससे कितनी बात हुई इसका पता लगाने के साथ ही उस पेट्रोल पम्प को भी जांच के दायरे में लिया जहां से उसने पेट्रोल खरीदा था।
लोकेशन की पड़ताल, परिजनों से पूछताछ
पुलिस अब इस बात भी पता लगा रही है कि देवेन्द्र ने घर से निकलने के बाद कहां-कहां गाड़ी रोकी और उसकी जगह को क्यों चुना जहां से उसका घर दिखाई देता है। पुलिस उसके परिजनों से पूछताछ कर गृह क्लेश या फिर बीमारी के अलावा इस बात का पता लगाएग कि उसके कर्जदार तो तंग नहीं कर रहे थे।

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