काजरी में चल रहे दो दिवसीय मिलेट्स मेले व प्रदर्शनी का समापन
जोधपुर। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने किसानों का आह्वान किया कि वे समय की जरूरत को ध्यान में रखते हुए फूड प्रोसेसिंग की उपयोगिता समझें और कृषि में आए वैश्विक बदलावों के अनुरूप स्वयं को तैयार कर उद्योगपति बनें। शेखावत शुक्रवार को भारत सरकार खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय नई दिल्ली एवं नॉलेज चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज गुजरात के संयुक्त तत्वावधान में काजरी परिसर में चल रहे दो दिवसीय मिलेट्स (श्री अन्न) सम्मेलन एवं प्रदर्शनी के समापन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि एक समय था, जब हमारे पास पूरे देशवासियों को खिलाने लायक अनाज भी पैदा नहीं होता था। हमारे तत्कालीन प्रधानमंत्री को अनाज की कमी की समस्या को देखते हुए देशवासियों से एक दिन का व्रत रखने का आह्वान करना पड़ा, लेकिन आज स्थितियां बदल गई हैं। हम दुनिया में सबसे ज्यादा खाद्यान्न उत्पन्न करने वाले, सबसे ज्यादा मिलेट्स और सबसे ज्यादा पल्स उत्पादक देश हैं। शेखावत ने कहा कि खाद्यान्न की समस्या समाधान के लिए वैज्ञानिकों ने हरित क्रांति अभियान चलाया। देश को खाद्यान्न से समृद्ध करने का जो रोडमैप बनाया गया, उसमें गेहूं प्रधान था। इसका पहला दुष्प्रभाव तो यह हुआ कि पहले जहां बाजरे की रोटी बनती थी, वहां गेहूं की रोटियां बनने लगीं। दूसरा, लगातार गेहूं खाने से डायबिटिज जैसे रोगों ने भारत को घेर लिया। आज भारत को डाइबिटिज की कैपिटल कहा जाता है। इसके पीछे भी श्री अन्न को खाने की थाली से दूर करना ही है। शेखावत ने कहा कि पूरी दुनिया में लोगों का फूड पैटर्न बदल रहा है। खान-पान और रहन-सहन बदल रहा है। भारत और उसकेे पड़ोसी देशों में खाना गरम बनाकर खाने की परम्परा है, लेकिन अन्य देशों में रेडी टू फूड की परम्परा है, जिसमें पहले से तैयार भोजन को गरम करके खाया जाता है। भोजन एक उद्योग का रूप ले चुका, लेकिन अब भारत में भी यह परम्परा तेजी से बदल रही है। भोजन का औद्योगिकीकरण हो रहा है। यह हमारे लिए अवसर है। किसान के बेटे को उद्योगपति बना सकते हैं। इसके लिए श्री अन्न को पौष्टिकता से भरपूर रेडी टू ईट बनाने के प्रयास करने होंगे। खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने कई योजनाएं चलाई है। उन्होंने कहा कि सरकार इसमें सपोर्ट कर रही है, लेकिन हमें इससे भी आगे बढ़कर सोचना है। हमें मिलेट्स के माध्यम से इस दिशा में काम करना चाहिए। हमें मार्केट से पहले प्रोडेक्ट को चिह्नित करना होगा और हमको रिवर्स इंजीनियरिंग करना होगा। केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि हम किसान के बेटे को फूड प्रोसेसिंग की ताकत सिखाकर समृद्ध बना सकते हैं। उसे उद्योगपति बनाने की आवश्यकता है। हमें नई पीढ़ी के खानपान के टेस्ट को देखते हुए अपने एग्रो प्रोडक्ट को तैयार करना होगा।
बाजरा उत्पादों की प्रदर्शनी देखी
कार्यक्रम में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने बाजरे से निर्मित उत्पाद जैसे बाजरे के बिस्किट, नमकीन, कुरकुरे, चॉकलेट, बाजरे से निर्मित केक-मिठाई, बाजरे की लस्सी और राबड़ी का स्वाद चखा। उन्होंने किसानों का उत्साह बढ़ाया। अतिथियों ने प्रदर्शन का अवलोकन करते हुए कहा कि बाजरा का उत्पादन यहां पर बम्पर होता है और इनमें मूल्य संवद्र्धन कर बाजरे के कई तरह के उत्पाद बनाए जा सकते है। इसके प्रचार प्रसार विज्ञापन पर बल दिया ताकि आम जन तक जानकारी पहुंचें एवं वे इस ओर आकृषित हो। गौरतलब है कि भारत सरकार के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र संघ में 2023 को मिलेट वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत देश में मोटे अनाज को प्रचारित व प्रसारित करने के लिए आयोजन किए जा रहे हैं। प्रदर्शनी में बाजरे के उत्पाद आकर्षण का केंद्र रहे। इसके अलावा अन्य मोटे अनाज से बने खाद्य पदार्थ चिप्स, कुरकुरे, वेफर, बिस्किट, नमकीन, रोस्टेड आइटम शामिल हैं।
एयरपोर्ट पर किया स्वागत
इससे पहले केन्द्रीय मंत्री शेखावत और केन्द्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल का जोधपुर एयरपोर्ट पर भाजपा जोधपुर शहर जिला के कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। भाजपा जोधपुर शहर जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सालेचा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने साफा पहनाकर कर शेखावत और पटेल का मारवाड़ी परंपरा से स्वागत किया। एयरपोर्ट पर महापौर वनिता सेठ, जिला महामंत्री महेन्द्र मेघवाल, करणी सिंह खींची, पूर्व विधायक जोगाराम पटेल, पूर्व न्यास सदस्य कमलेश पुरोहित, नरेश सुराणा, राजेन्द्र पालीवाल, रामनिवास मंडा, अरविन्द बर्रा, गौरव जैन, दिनेश चौधरी, विकास चाडा, मनीष परिहार, मनीष पुरोहित, घनश्याम भाटी, योगेश व्यास सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।