पूर्व मंत्री रतन देवासी पर महिला ने लगाया संपत्ति खुर्द-बुर्द करने और हड़पने की साजिश का आरोप

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महिला नहीं झुकी तो करने लगा शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान

जयपुर। देश, समाज और सरकारें समानता की बात तो करती हैं लेकिन राजस्थान में आज भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। उनका किसी न किसी रूप में उत्पीडऩ किया जा रहा है। इस बात को इसी से समझा जा सकता है कि एक महिला विगत कई दिनों से अकेले अन्याय के खिलाफ खड़ी है लेकिन न तो प्रशासन उसकी मदद कर रहा है, न ही पुलिस और न ही सरकार। माउंट आबू में अपना पारिवारिक होटल चलाने वाली महिला मंजू गुरबानी ने सिरोही के रानीवाड़ा से पूर्व मंत्री और पिछली बार की कांग्रेस सरकार में उप मुख्य सचेतक रहे कांग्रेसी नेता रतन देवासी पर गंभीर आरोप लगाए। महिला का कहना है कि माउंट आबू में अपनी राजनीतिक पहुंच का रौब दिखाकर रतन देवासी उसे शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान कर रहा है। यही नहीं रतन देवासी अपनी राजनैतिक पहुंच के आधार पर उसकी व उसके पति की सम्पत्ति को खुर्द बुर्द करने व उसको हथियाने की कोशिश कर रहा है। साथ ही जातिवाद के केस में फंसाने के लिए एफआईआर जैसे हथकंडे भी अपना चुका है। मंजू ने बताया वह नाजायज शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालता आया है। महिला होटेलियर मंजू गुरबानी मूलत: मुंबई में पढ़ी लिखी सभ्रांत महिला है, उसकी शादी माउंट आबू में हुई थी । परिवार सहित शांति सदन माउण्ट आबू में रहती है और पति के साथ शांति होटल का कारोबार संभालती है।

जब उसने इस संबंध में पुलिस में मामला दर्ज करवाना चाहा तो भी पूर्व मंत्री देवासी ने अपने प्रभाव से मामला दर्ज नहीं होने लगा। इसके बाद इस्तगासे से मामला दर्ज करवाया गया तो भी 7 दिन बाद मामला दर्ज हुआ। 354 जैसी संगीन धाराओं के बावजूद पुलिस ने जांच में लापरवाही करते हुए एफआईआर के बावजूद एफआर लगा दी। महिला ने कोर्ट से उसके राजनीतिक प्रभाव को देखते हुए मामले की जांच माउंट आबू से बाहर किसी अन्य जिले में करवाए जाने की मांग की। इस पर पूर्व मंत्री देवासी भड़क गया और उसने महिला द्वारा संचालित होटल में तोडफ़ोड करवा दी। जबकि पूर्व मंत्री ने खुद ही अवैध अतिक्रमण कर रखे हैं। जिसकी शिकायत भी महिला ने जोधपुर हाईकोर्ट में की। इस पर एसडीएम ने टीम का गठन किया और अतिक्रमण तोडऩे के आदेश पारित किए। इस देवासी नाराज होकर एसडीएम के खिलाफ ही कोर्ट में मामला दर्ज करवाया और अवैध निर्माणों पर स्टे लेने की कोशिश की। लेकिन हाइकोर्ट ने स्टे न देकर पुन: जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए। इनके कारनामों को दबाने और देवासी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। मंजू ने बताया कि पूर्व में वह मुंबई लगभग 10 साल तक एक बैंक में मैनेजर रही है। वर्ष 2008 मे उनकी सास का निधन होने के बाद वे माउण्ट आबू आई व अपने पति के साथ अपने पारिवारिक होटल को संभालने लगी।

माउंट आबू में होटल के पास में वंदे मातरम होटल और कनक डायनिंग रेस्टोरेंट चलाने वाले रतन देवासी से उसकी मुलाकात 2010-11 में हुई तब वह विधायक था। पूर्व मंत्री होने के नाते कभी कभार बातचीत हो जाती थी। वह महिला से नजदीकी बनाने लगा और दो बार गलत हरकत करने की कोशिश भी की। मंजू को पता चला कि उसकी नीयत खराब है तो उसने दूरियां बना ली। इस वह परेशान करने लगा। दोनों की सम्पत्तियां आसपास में है ऐसे में रतन देवासी बिजनेस बंद कराकर उसे माउंट आबू से बाहर करने और डरा- धमकाकर दबाव बनाने की लगातार साजिश कर रहा है। मंजू गुरबानी ने माउंट आबू एसडीएम, नगर पालिका, स्थानीय प्रशासन, सिरोही कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक से लेकर राजधानी में बैठे मुख्यमंत्री तक शिकायत की है लेकिन उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है। मंजू ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन भी किया था लेकिन उसके बावजूद भी प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। मंजू ने बताया कि देवासी ने उसे अपने जाल में फांसने के लिए कई हथकंड़े अपनाए, महिला ने उसकी डिमांड पूरी नहीं की तो परेशान करने लगा। लेकिन वह नहीं झुकी तो तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर परेशान करने लगा। इस संबंध में मंजू ने एसपी सिरोही रहीं ममता गुप्ता को पूर्व मंत्री के खिलाफ शिकायत दी है

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