रक्षा मंत्री उदयपुर की राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने यूनिवर्सिटी परिसर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण भी किया।
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक लेखक का जिक्र करते हुए कहा- प्रसिद्ध लेखक थॉमस फ्रीडमैन ने अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार में एक लेख लिखा था इसमें उन्होंने इन्फोसिस और अलकायदा की तुलना की थी। उन्होंने लिखा था कि इन्फोसिस में काम करने वाले पढ़े-लिखे नौजवान होते हैं। अलकायदा में भी कोई अनपढ़ नहीं। बल्कि पढ़े-लिखे नौजवान ही होते हैं। दोनों ही अपने काम और मिशन के प्रति बेहद समर्पित होते हैं। दोनों में सबसे बड़ा फर्क ये है कि एक की भूमिका समाज के लिए कल्याणकारी है। दूसरे की भूमिका विनाशकारी है। राजनाथ सिंह ने कहा- यानी, मनुष्य के जीवन में संस्कारों को बहुत महत्व होता है। रक्षा मंत्री उदयपुर की राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने यूनिवर्सिटी परिसर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण भी किया।
रक्षा मंत्री उदयपुर की राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
कोटा में छात्रों के आए दिन सुसाइड केस पर ये बोले रक्षामंत्री
रक्षामंत्री ने कहा कि कोटा में आए दिन छात्र सुसाइड कर रहे हैं। मैं समझ सकता हं कि सभी के सपने होते हैं लेकिन कोई लक्ष्य आपके जीवन से बड़ा कैसे हो सकता है। डॉक्टर-इंजीनियर बनना बड़ी बात होती है लेकिन जैसा कहते हैं कि यही दुनिया का अंत नहीं है। रक्षामंत्री ने कहा कि अगर कोई छात्र निराश होकर सुसाइड जैसा कदम उठाता है तो हमारे समाज का फेल्योर है।
माता-पिता, रिश्तेदार, टीचर व दोस्तों को कहना चाहता हूं कि छात्रों का मूल्यांकन परीक्षा परिणाम के आधार पर मत करिए। बल्कि छात्र जितनी मेहनत करता है इस नजरिए से देखिए। हर व्यक्ति की क्षमता अलग-अलग होती है लेकिन हम सबको एक जैसा क्यों बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ ने कहा कि 2014 से पहले भारत इंटरनेशनल मंचों पर कुछ बोलता था तो दुनिया भारत की बातों को गंभीरता पूर्वक नहीं सुनती थी। आज भारत बोलता है तो दुनिया कान खोलकर सुनती है कि भारत बोल क्या रहा है।
रक्षामंत्री राजनाथ ने कहा कि 2014 से पहले भारत इंटरनेशनल मंचों पर कुछ बोलता था तो दुनिया भारत की बातों को गंभीरता पूर्वक नहीं सुनती थी। आज भारत बोलता है तो दुनिया कान खोलकर सुनती है कि भारत बोल क्या रहा है।
2014 के बाद दुनिया भारत की बातें कान खोलकर सुनती हैः राजनाथ
रक्षामंत्री राजनाथ ने कहा कि 2014 से पहले भारत इंटरनेशनल मंचों पर कुछ बोलता था तो दुनिया भारत की बातों को गंभीरता पूर्वक नहीं सुनती थी। आज भारत बोलता है तो दुनिया कान खोलकर सुनती है कि भारत बोल क्या रहा है। रक्षामंत्री बोले, इस समय हमारा भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर खड़ा है। 2014 से पहले यह 10 से 12 स्थान पर था। बीते 7 से 8 साल में आज भारत जम्प लेकर दुनिया की 5 बडी अर्थव्यवस्था में खडा हो गया है। 2027 आते आते टॉप 3 अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
राजनाथ ने कहा कि मैंने कभी किसी से ईर्ष्या या जलन नहीं की। किसी का पैर खींचने की कोशिश नहीं की। आप भी जीवन में ये मत करना। नहीं तो लोगों की नजर में आप गिरते चले जाओगे। रक्षामंत्री आगे बोले, आज नौैकरी करने के लिए पति-पत्नी बाहर चले जाते हैं और अपने मां-बाप को वृद्धश्रम भेज देते हैं। ऐसे लोगों के साथ क्या करना चाहिए, स्वयं फैसला करिए।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मेवाड़ पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने यूनिवर्सिटी परिसर में ही डिपार्टमेंट ऑफ ट्रैवल टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट का उदघाटन किया।