सात हजार रूपये मे सौदा हुआ तय
भैंस की चोरी के आरोप से मुक्त करने के नाम पर बिलाड़ा पुलिस थाना के सहायक उपनिरक्षक द्वारा पिचियाक जसवंतपुरा निवासी पिंटू से सात हजार रुपए की नगद राशि रिश्वत के बतौर लिए जाने पर जिले के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के स्पेशल अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक दुर्गसिह राजपुरोहित के सुपरविजन व महानिरीक्षक पुलिस सवाईसिह गोदारा के निर्देशन मे सीआई मनीष वैष्णव एवं उनके सहयोगीयों ने सहायक उपनिरक्षक को राशि सहित रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
सीआई मनीष वैष्णव ने बताया कि पिन्टु अभिभावक मुकेश साटिया निवासी निवासी पिचियाक जसवंत पुरा रोड ने बताया कि करीब एक माह पहले पुलिस थाना बिलाडा से मेरे घर पुलिस स्टाप आए और कहा कि मालकोसनी से भैसे चोरी हो गई है, मेरी पहचान उनके साथ आए एक व्यक्ति से करवाई, जिसमे मेरे पर कोई आरोप नही लगाया। पुलिस वापस चली गई। तीन चार दिन पहले पुलिस थाने से सहायक उपनिरक्षक रामाकिशन ने मेरे परिवार का नाम पता लिखा। आठ अप्रेल को रामाकिशन ने मेरे भाई मुकेश को फोन कर पुलिस थाना बुलाया और कहा कि भैसे चोरी के आरोप मे तुम्हे जेल कर देगे। अगर जैल से बचना हो तो पंद्रह हजार रूपये की व्यवस्था कर लो। और एक दो दिन मे पद्रह हजार रूपये लेकर आ जाना तुम दोनो को इस केस से फ्री कर देगे। रात्री को मेरे पास सहायक उपनिरक्षक रामाकिशन ने फोन किया कि रूपये लेकर आया नही और कहा कि अगर नही आया तो तुम्हे झुठा फंसा कर गिरफ्तार कर लेगे।
परिवादी ने दस अप्रेल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के स्पेशल कार्यालय मे आकर पुरी जानकारी दी। और ब्यौरा द्वारा पुरा सत्यापन किया गया। बारह अप्रेल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के स्पेशल टीम के सीआई मनीष वैष्णव, हेड कांस्टेबल मधुमति, कांस्टेबल प्रकाश, भुरसिह, अर्जुनसिह छेलाराम गणेशराम प्रेमसिह ने कार्यवाही करते हुए बिलाडा थाने मे बने बैरिक के कमरे मे कुलर के ऊपर रखे तोलिये के उपर सहायक उपनिरिक्षक रामाकिशन द्वारा परिवादी से सात हजार रूपये रिश्वत रखवाई गई कार्यवाही करते हुए रिश्वत के रूपये बरामद किए । और टीम द्वारा कार्यवाही जारी है।