नाई वाले पुलिये व पट्रोल पम्प के बीच हुई घटना
कोटकासिम 12 अप्रैल : बुधवार को सुबह के समय कस्बे के किशनगढबास सडक़ मार्ग पर नाईवाले पुलिये व पट्रोल पम्प के बीच कोटकासिम की तरफ से बाईक पर सवार हो कर किशनगढबास की ओर जा रहे एक व्यक्ती को सामने से आ रही एक निजी विद्यालय की बस ने तेज गति से अवरटक करते समय टक्कर मार दी। जिसके कारण बाईक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। वही तेज गति से टक्कर होने से बाईक के भी परखगो उड़ गये। प्राप्त जानकारी क अनुसार आज सुबह करीब साढे 6 बजे अजय यादव पुत्र शेरसिंह यादव उम्र 22 वर्ष निवासी गोठड़ा थाना किशनगढबास अपनी बाईक पर सवार होकर खुशखेडा से फैक्ट्री में ड्यूटी करने के बाद अपने निवास स्थान गोठडा थाना तिजारा जा रहा था। सामने से आ रही एक निजी स्कूली बस ने ओवरटेक करते समय बाईक को टक्कर मार दी। जिससे अजय गंभीर रूप से घायल हो गया। आस-पास के ग्रामीणों की सहायता से अजय को कोटकासिम के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया। जहा पर चिकित्सकों ने हालत अधिक गंभीर होने से घायल को जिला अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। वही जिला अस्पताल के चिकित्सको ने हालत अधिक गंभीर होने से अजय को जयपुर के लिए रैफर कर दिया।
ग्रामीणों ने कहा निजी स्कूलों की बसों से आये दिन हो रहे है हादसे
सुबह के समय हुई घटना के बाद मौके पर आस-पास के ग्रामीण एकत्रित हो गये तथा क्षेत्रभर में चल रही निजी स्कूलों की बसों से आये दिन हादसे का आरोप लगाते हुए बताया कि निजी विद्यालयों की बसों व स्कूल के अन्य वाहनों से आये दिन हादसे होना आम बात हो गई है। निजी विद्यालयों की बसे ग्रामीण क्षेत्रों की सडक़ो पर तेज गति से दौड़ रही है। जिसके चलते इन बसों में बैठने वाले नन्हे बगाों पर भी हमेशा खतरा मंडरता रहता है। वही अभिभावक भी तेज गति से दौड़ रही बसों के कारण अपने बगाों को लेकर चिंतित हो रहे है। अक्सर निजी स्कूल की बसों से हादशा होना एक आम बात हो गई है। आज सुबह भी तेज गति से ओवरटेक करते समय बड़ा हादशा होते-हाते टल गया।
आखिर कब खुलेगी पुलिस व यातायात विभाग कुभंकरणी नींद
कोटकासिम सहित क्षेत्रभर में निजी विद्यालयों की बसों को लेकर स्थानीय अभिभावक काफी गंभीर दिखाई दे रहे है। लेकिन सबसे तागाुब का विषय तो यह है की स्थानीय पुलिस प्रशासन एवं यातायात विभाग इस विषय में कार्यवाही के नाम पर पूरी तरह कुभंकरणीय नींद सोया हुआ है। जिसके चलते निजी विद्यालयों की इन बसों के संचालक नियम कानून को ताक में रखकर आये दिन हादसों व दुर्घटनाओं को अंजाम दे रहे है। अभिभावकों एवं ग्रमीणों ने जिला प्रशासन से निजी स्कूलों की बसों पर लगाम लगाने की मांग की है।