राष्ट्रीय धातु मूर्तिकला सिम्पोजियम के कलाकारों ने की मुलाकात
जयपुर, 11 अप्रैल (ब्यूरो): राज्यपाल कलराज श्रि से मंगलवार को राजभवन में देश के विभिन्न भागों से आए ख्यातनाम कलाकारों और बड़ौदा यूनिवर्सिटी के कला प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने मुलाकात की।
राज्यपाल ने कलाकारों से संवाद करते हुए कहा कि कलाएं मन को रंजित ही नहीं करती बल्कि जीवन जीने की उदात्त दृष्टि देती हैं। उन्होंने विभिन्न कलाओं के अंतर्संबंधों की चर्चा करते हुए कहा कि सभी कलाएं एक दूसरे से घुलकर ही पूर्णता को प्राप्त करती हैं।
राज्यपाल ने जयपुर में राष्ट्रीय धातु की मूर्तिकला सिंपोजियम को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि मूर्तिकला में भारत आरंभ से ही बहुत समृद्ध रहा है। संस्कृति के आलोक में कलाकार मूर्ति कला के नए आयाम गढ़े।
प्रख्यात कलाकार हिम्मत शाह ने अपने कला अनुभव साझा करते हुए कहा की कला साधना है और कलाकार साधक। उन्होंने राजभवन की पहल पर कलाकारों से संवाद को अच्छी पहल बताया। जम्मू कश्मीर से आए कलाकार पद्मश्री राजेंद्र टिक्कू ने देश के विभिन्न भागों से आए कलाकारों और उनकी कला के बारे में विस्तार से अवगत कराया। सिंपोजियम के संयोजक राजकुमार पंडित ने बताया की सात दिवसीय इस राष्ट्रीय कला आयोजन में ओडिशा से जगन्नाथ पांडा, मंगलुरु से मंजूनाथ कामथ, नई दिल्ली से पूजा इरान्ना, कर्नाटक से जी आर इरन्ना और अरुणकुमार, हिम्मातशाह, विरमनु श्री आदि भाग ले रहे हैं।
आरंभ में राज्यपाल ने कलाकारों का स्मृति चिह्न प्रदान कर शॉल ओढ़ाकर राजभवन की ओर से अभिनंदन किया। इस मौके पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव सुबीर कुमार तथा प्रमुख विशेषाधिकारी गोविंदराम जायसवाल आदि भी उपस्थित रहे।