सांगानेर में निजी कॉलोनी को जेडीए ने 15 महीने में चार बार किया ध्वस्त
जयपुर, 8 अप्रैल (ब्यूरो): नोटबंदी और कोरोना के बाद प्रॉपर्टी व्यवसाय में बूम आया हैं। शहर के हर हिस्से में तेजी से अनुमोदित और गैर अनुमोदित कॉलोनियां बसाई जा रही हैं। वहीं, कंस्ट्रक्शन का काम भी पहले के मुकाबले कई गुना बढ़ गया हैं। हालांकि जेडीए और नगर निगम बिना अनुमति व स्वीकृति के बसने वाली कॉलोनियों और अवैध निर्माण को ध्वस्त कर रहे हैं, लेकिन संसाधन कम होने के कारण वे इन्हें रोक नहीं पा रही हैं। बार-बार ध्वस्तीकरण के बावजूद भी अवैध कॉलोनियां बस रही हैं। ऐसा ही एक मामला सांगानेर इलाके में सामने आया हैं। यहां एक अवैध कॉलोनी को जेडीए पिछले 15 महीने में चार बार ध्वस्त कर चुका हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही हैं। भूमाफियाओं के हौसले के पीछे किसकी ताकत या सपोर्ट है यहां जेडीए के अफसर ही बेहतर जानते हैं।
यह है मामला :
जेडीए के जोन 4 में सांगासेतु पुलिया से सटी, द्रव्यवती नदी के पास जेडीए स्वामित्व की बेशकीमती जमीन और निजी खातेदारी की कृषि भूमि पर एक अवैध कॉलोनी बसाई जा रही हैं। सर्वप्रथम जेडीए दस्ते ने 10 जनवरी, 2022 को कार्रवाई कर अवैध कॉलोनी को ध्वस्त किया। उसके बाद भू-माफिया ने फिर से काम शुरू किया। सूचना मिलने पर जेडीए दस्ते ने 27 अक्टूबर, 2022 को फिर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को अंजाम दिया। उसके बाद 19 जनवरी, 2023 को ध्वस्तीकरण किया। मगर उसके बावजूद भी भू-माफियां नहीं रूका उसने बड़े ताकत के भरोसे फिर कॉलोनी बसाने का काम शुरू किया। कुछ महीने बाद 8 अप्रैल यानी शनिवार को चौथी बार ध्वस्त किया।
मुख्य प्रवर्तन नियंत्रक रघुवीर सैनी ने बताया कि अवैध रूप से कॉलोनी बसाने वाले कॉलोनाइजर व कास्तकार के खिलाफ उचित कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। कॉलोनाइजर बार-बार ध्वस्त कॉलोनी में मौका पाकर निर्माण कर रहा था। इस बार अंतिम रूप से ध्वस्तीकरण किया गया हैं।