प्रोग्राम भले ही आरएसएस का था, लेकिन शुक्रवार को सुबह से ही बड़ी संख्या में भाजपाई वहां पहुंच गए। भाजपा के प्रोग्राम में नजर नहीं आने वाले भाजपाई भी यहां बड़ी संख्या में नजर आए। अब प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं और चुनाव लडऩे का सपना देखने वाले ऐसे कई नेता वहां पहुंचकर संघ पदाधिकारियों से नजदीकी बढ़ाने का मौका छोडऩा नहीं चाहते थे। अब जब भाजपा में यूथ को अधिक संख्या में चुनावी टिकट देने की बात सामने आ रही है, तो इसी की चाह में वहां पर ऐसे ही चेहरे बहुत अधिक संख्या में पहुंचे। वैसे भी चुनावी मोड़ में चल रहे प्रदेश में संघ का यह प्रोग्राम कहीं ना कहीं चुनावी तैयारियों से जोडक़र ही देखा जा रहा है।
नर सेवा नारायण सेवा का ध्येय :
‘नर सेवा नारायण सेवा’ के ध्येय वाक्य के साथ बीस वर्षों से वंचित, पीड़ित, उपेक्षित और अभावग्रस्त बंधुओं के उत्थान में जुटे संगठन राष्ट्रीय सेवा भारती का यह तृतीय महासंगम है। सेवा भारती 43045 सेवा परियोजनाओं की ओर से समाज को सशक्त, समरस बना एकता के सूत्र में बांधने के लिए प्रयासरत है। देश के 117 जिलों में 12187 स्वयं सहायता समूह संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 1 लाख 20 हजार सदस्य हैं। इन समूहों में 2451 समूह स्वावलंबन के कार्योंं में सक्रिय हैं। देश के 55 जिलों में स्वयं सहायता समूह वैभवश्री रचना में संचालित हो रहे हैं। इनमें 27494 सदस्य हैं। सेवा भारती का मुख्य और निहित उद्देश्य उससे जुड़े स्वैच्छिक संगठनों के सामूहिक प्रयासों के बीच तालमेल स्थापित करके एक सामंजस्यपूर्ण, सक्षम और आत्मनिर्भर समाज और एक समृद्ध भारत का निर्माण करना है।
राष्ट्रपति की प्रेरणा से आदिवासियों के स्वास्थ्य का शुरू हुआ अभियान :
इस अवसर पर बिजनेसमैन अजय पीरामल ने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म से मिलने पर उन्होंने बताया कि उनकी उम्र 62 साल है, फिर भी वह अपने क्षेत्र की सबसे उम्रदराज महिला हैं। पूछने पर राष्ट्रपति ने बताया कि आदिवासियों की औसत उम्र आम लोगों की तुलना में 12 साल कम होती है। यह सुनकर मुझे दुख हुआ और उसके बाद पीरामल फाउंडेशन की ओर से देशभर में सौ से अधिक स्थानों पर आदिवासियों की स्वास्थ्य सेवाओं का अभियान शुरू किया गया। इसके पीछे सिर्फ एक कारण हैं कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी तो आदिवासी भी आम लोगों के समान जीवन यापन कर सकेंगे।