अजमेर, 20 मार्च (ब्यूरो): बेमौसम की बारिश ने एक फि र किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। जीरा, चना, जौ और गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है।
शहर सहित जिले में रात को तेज आंधी के साथ हुई बरसात से पकी हुई व कटी कटाई फसल खराब हो गई। रबी सीजन की फसलों की कटाई का कार्य चल रहा है। खेतों में पानी भरने से रायड़ा में भी नुकसान हुआ है। सरसों की गुणवत्ता खराब हुई है। जिले में 50 प्रतिशत से भी ज्यादा जीरे की कटाई हो चुकी है और कुछ फसल खेतों में खड़ी है।
जीरे की फसल पड़ी काली, सरकार से मुआवजे की आस लगाए बैठे किसान परिवार
पिछले दो दिनों से बेमौसम बारिश से खेतों में जीरे एवं रायड़े के ढेरों में 80 फीसदी तक नुकसान हुआ है। करनोस रुपारेल निवासी चांदमल माली ने बताया कि दर्जनों बीघा पर लगी फसल पक कर तैयार थी लेकिन बारिस से फसल खराब हो गई। फसलों के ढेर को ढका गया फिर भी बारिश ने फसल खराब कर दी। फसल काली पड़ गई है। अब किसानों का कर्जा चुकाना भी मुश्किल है।
प्याज की फसल में रोग से किसान चिंतित
किसान शिवराज देतवाल व सोहन लाल धनेरिया ने बताया कि किसानों ने अपने खेतों में तीन पूर्व प्याज की रोपाई की और समय पर सिंचाई कीं। बुधवाड़ा निवासी रणजीत कायमखानी ने बताया कि बीते साल प्याज की बंपर पैदावार हुई थी, लेकिन भाव कम मिले। किसान कर्ज में डूब गए। इसी प्रकार ग्राम पिचोलिया, भांवता, नाथू थला, अलीपुरा, पगारा, दांतड़ा सहित गांवों में भी प्याज की फसल में रोग फैलने के समाचार मिले हैं।
2023-03-21