पक्षी प्रेमियों ने जिला प्रशासन से हाईटेंशन लाइनों को अंडर ग्राउंड करने की मांग की
जैसलमेर जिले में आये दुर्लभ प्रवासी पक्षियों के बिजली की हाई टेंशन तारों से टकरा कर मारे जाने का सिलसिला लगातार जारी है, इसी कड़ी में जिले की फतेहगढ़ तहसील के गणेशपुरा मोढ़ा गांव के पास से एक प्रवासी पक्षी यूरेशियन गिद्ध की बिजली की हाईटेंसन तारों से टकराकर दर्दनाक मौत हो गई। मृत गिद्ध को देखकर स्थानीय निवासी नरपतसिंह ने पर्यावरण प्रेमियों व वन विभाग को इसकी जानकारी दी। पिछले एक सप्ताह में जिले में यह तीसरे प्रवासी वल्चर की मृत्यु हुई है, पक्षियों की लगातार मौत से पर्यावरण प्रेमियों में गुस्सा है। उन्होंने जिला प्रशासन से हाईटेंशन लाइनों को अंडर ग्राउंड करने की मांग की हैं।
जैसलमेर के पर्यावरण प्रेमी सुमेर सिंह सांवता ने बताया कि जिले में कई वन्य जीव बाहुल्य इलाकों में प्रवास करने दुर्लभ पक्षी आए हैं। पक्षियों ने कई इलाकों में अपना डेरा डाला है। फतेहगढ़ इलाके में हाईटेंशन लाइनों के नीचे ही बुधवार दोपहर बाद एक प्रवासी दुर्लभ गिद्ध यूरेशियन ग्रिफॉन का शव मिला। सुमेर सिंह ने बताया कि इलाके में बिजली के तारों से टकराकर दुर्लभ पक्षियों के मरने का सिलसिला लगातार जारी है। इन तारों को भूमिगत करने की मांग काफी समय से उठाई जा रही है। मगर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह में बिजली की हाई टेंशन वायरों से तीन दुर्लभ प्रजाति के प्रवासी पक्षियों की मृत्यु हुई है करीब 4 दिन पूर्व भी सिनेरियस प्रजाति के वल्चर की मृत्यु वीर आलजी सलखा के ओरण में हाई टेंशन विद्युत वायरों से टकराने से हुई है, जो दुखद है,
पर्यावरण प्रेमी पार्थ जगाणीने बताया कि यूरेशियन ग्रिफॉन नामक दुर्लभ गिद्ध प्रवासी पक्षी है और सर्दियों में यहां प्रवास करता है। राजस्थान में यूरेशियन ग्रिफॉन कजाकिस्तान, अफगानिस्तान और बलूचिस्तान से आते है। इनका प्रवास का रास्ता मध्य-पूर्व से दक्षिणी एशिया की ओर है। इस मार्ग को यूरेशियन ग्रिफॉन के अलावा अन्य प्रजातियां भी इस्तेमाल करती हैं। वहां ज्यादा ठंड होने पर ये प्रवास करके हजारों किमी का सफर तय करके गरम जगहों पर आते हैं। जैसलमेर में ये फतेहगढ़, लाठी आदि इलाकों में जहां पशु विचरण का इलाका ज्यादा है वहां ये ज्यादा पाए जाते हैं।