सियासत का बदल रहा रंग, राजनैतिक पार्टियों में हो रही सेंधमारी
-कांग्रेस-भाजपा छोटे दलों में कर रही तोडफ़ोड़ तो उनकी पार्टी में भी चल रहा बदलाव का दौर
जयपुर, 18 नवंबर (योगेंद्र भदौरिया) : मरुधरा में मतदान को लेकर अभी छह दिन का समय बचा है। इसके चलते राजनैतिक दल व प्रत्याशी अपनी जीत का गुणा-भाग लगाते हुए छोटे दलों में सेंधमारी करने में लगे हुए हैं। इस समय बसपा व आप पार्टी पर बीजेपी व कांग्रेस ने नजर टिकाई हुई है। इन दोनों दलों के करीब एक दर्जन प्रत्याशी अभी तक चुनावी मैदान से हट चुके हैं और विरोधी प्रत्याशी को समर्थन देते नजर आ रहे हैं। इसके चलते प्रदेश की सियासत का रंग लगातार बदलता नजर आ रहा है।
सत्ता में भागीदारी का दावा करने वाली बसपा व आप नेताओं की पोल अब धीरे-धीरे खुलने लगी है। इस समय कांग्रेस व बीजेपी के नेता इन दोनों ही पार्टियों में सेंधमारी करने में लगे हुए हैं। जिन प्रत्याशियों को चुनावी मुकाबला करीबी नजर आ रहा या जहां इनके चंद वोट से जीत-हार तय होगी उसका आंकलन कर बीजेपी-कांग्रेसी नेता इनके प्रत्याशियों को अपने पक्ष में करने के अभियान में लगी हुईं हैं। इसके चलते बसपा का हाथी हांफने लगा है, तो आप पर उसकी ही झाडू चलती नजर आ रही है। कांग्रेस से नाराज होकर हवामहल विधानसभा से पप्पू कुरैशी आप प्रत्याशी बनकर मैदान में कूद गए। सीएम उनके आवास पर पहुंचे और वार्तालाप का दौर चला, इसके बाद पप्पू ने कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन दे दिया। वहीं बसपा के कई प्रत्याशी दूसरे दल के प्रत्याशियों को समर्थन दे रहे हैं। कांग्रेस के कई दिग्गज नेता बीजेपी में जा रहे हैं। जोधपुर की लूणी विधान सभा क्षेत्र से तैयारी कर रहे और सचिन पायलट के खास श्याम खींचड़ी ने बीजेपी ज्वाइन करने का ऐलान कर दिया है। इस तरह के घटनाक्रम का दौर लगातार जारी है।
दिल्ली सीएम केजरीवाल व पंजाब सीएम मान के कदम थमे
आप पार्टी को सर्वाधिक उम्मीद हवामहल के प्रत्याशी पप्पू कुरैशी से थी और उसके लिए पार्टी एक बड़ी सभा की तैयारी भी कर रही थी। इसमें दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल व पंजाब सीएम भगवंत मान के आने की सुगबुगाहट चल रही थी। ऐनवक्त पर पप्पू ने पाला बदल लिया और इसके चलते अब दोनों सीएम के कदम थम से गए हैं। सूत्रों की माने तो शायद ही केजरीवाल मरुधरा के रण में कूद कर जनसभा करेंगे। हालांकि आप नेता अब अपने प्रत्याशियों से संपर्क कर उन्हें चुनाव लडऩे के लिए मनाती नजर आ रही है।
हाथी भी हांफने लगा
2018 के चुनाव में बसपा के 6 प्रत्याशी जीते और बाद में सीएम अशोक गहलोत को समर्थन देकर कांग्रेसी हो गए। इसके चलते बसपा ने इस चुनाव में पार्टी कैडर को ही टिकट देने एवं सत्ता में भागीदारी का दावा किया। बावजूद इसके अब हाथी मरुधरा के रण में हांफता नजर आ रहा है। कारण कई बसपा प्रत्याशी कांग्रेस या बीजेपी को समर्थन देने में जुट गए हैं। टोंक में बसपा प्रत्याशी अशोक बैरवा ने सचिन पायलट को समर्थन कर दिया है। वहीं सांगानेर में बसपा के प्रत्याशी रामलाल लील ने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज का समर्थन कर दिया है। जबकि बसपा ने 196 प्रत्याशी मैदान में उतारे, लेकिन मतदान से पहले ही 9 प्रत्याशियों ने मैदान छोड़ दिया है। शुक्रवार को बसपा प्रत्याशी उदयपुरवाटी से संदीप सैनी ने कांग्रेस का समर्थन कर दिया है।
कांग्रेस को लगातार लग रहे झटके
राजस्थान में इस बार बीजेपी के कुछ नेताओं ने कांग्रेस का दामन थामा है, तो वहीं कांग्रेस के कई दिग्गज बीजेपी में चले गए हैं, लेकिन ये सिलसिला जारी है। आज जोधपुर के मजबूत नेता और सचिन पायलट के खास श्याम खींचड़ी ने बीजेपी का दामन थाम लिया। लूणी विधान सभा सीट से तैयारी करने वाले श्याम टिकट न पाने के बाद पाला बदल लिया है। उन्होंने कांग्रेस में परिवारवाद से दुखी होकर कहा कि मैं बीजेपी में जा रहा हूं। अभी कई और कांग्रेस-बीजेपी में जाने की तैयारी में हैं। बताया जाता है कि अभी तक करीब एक दर्जन कांग्रेस नेता बीजेपी के पाले में जा चुके हैं। इसी प्रकार बीजेपी के भी चंद नेता कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। यह दौर आगे भी जारी रहने की अटकलें लगाईं जा रही हैं।
सेंधमारी का दौर जारी
आमेर विधानसभा के बीजेपी प्रत्याशी डॉ. सतीश पूनिया ने यूथ कांग्रेस के महासचिव मुकेश शर्मा को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कराकर कांग्रेस को झटका दिया है। इसी प्रकार उदयपुरवाटी में बसपा प्रत्याशी संदीप सैनी सीएम अशोक गहलोत से मिले और चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी का साथ देने की बात कही।
2023-11-19