कांग्रेस पार्टी का पक्ष रखते नजर आने वाले नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के भीतर कई ऐसे नेता हैं, जो राम मंदिर ही नहीं बल्कि भगवान राम से भी नफरत करते हैं।
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “जो राम से नफरत करता हो वो हिंदू नहीं हो सकता। राम मंदिर को रोकने के जो प्रयास हुए हैं उसे सारी दुनिया जानती है। राम से नफरत कौन करता है और राम के प्रति श्रद्धा किसकी है? मुझे नहीं लगता कि इस रहस्य पर कोई परदा है। पार्टी का हिस्सा होने का मतलब ये नहीं है कि सच को सच और झूठ को झूठ न कहा जाए। मैंने महसूस किया है कि कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं जिन्हें राम मंदिर से ही नहीं राम से भी नफरत है।”
पार्टी को हिन्दुओं के समर्थन की जरूरत नहीं- प्रमोद कृष्णम
स्टार प्रचारक नहीं बनाये जाने के प्रश्न पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा “नाराजगी का कोई कारण नहीं है। हो सकता है उन्हें(कांग्रेस) हिंदुओं के समर्थन की जरूरत ना हो या किसी हिंदू धर्म गुरू को स्टार प्रचारक बनाने का जो मकसद होता है उन्हें उसमें कोई कमी नजर आ रही हो। ये पार्टी का निर्णय है। पार्टी में रहने का यह मतलब नहीं है कि सच न कहा जाए। सच ही सच होता है और झूठ ही झूठ कहलाता है। क्या वंदे मातरम, सनातन धर्म और देश के बारे में बात करने का मतलब क्या भाजपा जॉइन करना है।”
प्रियंका गांधी को पीएम उम्मीदवार बनाना चाहिए
इंडिया गठबंधन की ओर से पीएम कैंडीडेट कौन होना चाहिए इस पर आचार्य प्रमोद बोले, ‘गांधी परिवार के बिना कांग्रेस की तो कोई पहचान ही नहीं है। प्रियंका गांधी से ज्यादा पूरे विपक्ष और INDIA गठबंधन में दूसरा कोई नेता नहीं है। यदि कांग्रेस पीएम नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर देना चाहती है तो फिर प्रियंका को ही पीएम कैंडिडेट बनाना चाहिए।’