तखतगढ 10 नवंबर: दीपावली पर्व से एक दिन पहले शुक्रवार को सुमेरपुर उपखंड एवं तखतगढ़ नगर पालिका क्षेत्र सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में धनवंतरी धनतेरस पर्व पर हर घर की महिलाओं युवतीयो ने खेतों की मिट्टी व आवल के पीले फूल सजाकर पीले सोने का धन लेकर घर पहुंच परंपरागत रूप से धनवंतरी की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामनाएं की है। शुक्रवार को सदियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार धनतेरस पर्व पर हर घर की महिलाएं एवं युवतीयो ने सूर्योदय होते ही थाली में कुमकुम चावल मौली लेकर खेतों में पहुंच थाली में खेत की पीली मिट्टी की पूजा अर्चना कर मिट्टी को थाली में भरकर उस पर आवल के पीले फूल सजाकर तिलक लगाकर सिर पर रख घर लाती है। जहां घर के देवस्थान के आगे रख धनवंतरी धन की पूजा- अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना करती है।
पंडित राजू अवस्थी ने बताया कि मनुष्य जीवन काल में सबसे बड़ा धन खेत की मिट्टी है । जो जन्म, मरण एवं परण तीनों में मिट्टी की सबसे पहले जरूरत पड़ती है। इसलिए सबसे बड़ा धन माना जाता है।