डैमेज कंट्रोल में फंसी तीसरी सूची, अब बड़े प्रयोग से परहेज!
भाजपा: शुरुआती दो सूचियों में टिकट कटने से नाराज दावेदारों के विरोध के बाद भाजपा डैमेज कंट्रोल मोड में है। इस वजह से पार्टी तीसरी सूची में कुछ समय लगा रही है। पार्टी विरोध वाली सीटों पर असंतुष्टों को मनाने के बाद पार्टी तीसरी सूची जारी करने के मूड में है। भाजपा सूत्रों ने 28 अक्टूबर से पहले तीसरी सूची जारी होने की संभावना जताई है।
भाजपा 124 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। पहली दो सूचियों में जिस तरह से स्थानीय नेताओं ने सार्वजनिक रूप से विरोध-प्रदर्शन किया, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। पार्टी डैमेज कंट्रोल मोड में आ गई। टिकट कटने से नाराज विधायक चंद्रभान आक्या ने निर्दलीय ताल ठोकने का ऐलान किया है। उदयपुर, बूंदी, सांगानेर, जैतारण व चाकसू सीटों पर घोषित उम्मीदवारों का सोमवार को भी खुलकर आंतरिक विरोध देखने को मिला। पार्टी नेतृत्व सभी असंतुष्टों को भविष्य में
राजस्थान में कांंग्रेस को 100 कमजोर सीटों पर करनी पड़ रही माथापच्ची
कांग्रेस ने फिलहाल उन 76 सीटों पर ही उम्मीदवार घोषित किए हैं जहां कोई विवाद नहीं है और पार्टी की मजबूत सीटें मानी जाती हैं। असली दिक्कत करीब 100 सीटों पर हैं जिनमें या तो पार्टी के गुटों का सर्वसम्मत प्रत्याशी नहीं है या भाजपा जहां मजबूत है। झालावाड़, कोटा, पाली, उदयपुर, बूंदी,चित्तौड़गढ जिलों में करीब तीन दर्जन सीटों पर भाजपा लगातार दो या इससे अधिक चुनाव जीती हुई है।
पार्टी इन सीटों के लिए रणनीति बना रही है वहीं आलाकमान के खिलाफ खुलकर बगावत करने वाले दो मंत्रियों शांति धारीवाल और महेश जोशी के अलावा सात मंत्रियों के भी टिकट तय नहींं हुए हैं। धारीवाल व जोशी को टिकट सीएम अशोक गहलोत की प्रतिष्ठा से जोड़ कर देखा जा रहा है।
बूंदी, पीपल्दा समेत कुछ अन्य सीटों को रणनीति के तहत होल्ड पर रखा गया है। कांग्रेस को इनमें से कुछ सीटों पर भाजपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं को चुनाव लड़वाना पड़ सकता है। पार्टी सूत्रों के अनुसार अगली छोटी सूची एक-दो दिन मेंआ सकती है लेकिन कमजोर सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा माह के अंत तक ही होगी।