अब तक करोड़ों की 5 जी नेटवर्क की बीबीयू डिवाइस चुरा चुके, एक महीने में चुराए 28, जिनकी कीमत लगभसग अस्सी लाख रुपए
उदयपुर, 21 अक्टूबर(ब्यूरो): प्रदेश में इन दिनों एक ऐसा चोर गिरोह सक्रिय है, जो केवल मोबाइल टावरों से 5 जी नेटवर्क की डिवाइस बेस बेंड यूनिट(बीबीयू)डिवाइस चुराता है। एक साल के अंदर वह करोड़ों की बीबीयू चुरा चुके हैं। जबकि गत सितंबर महीने में वह राज्य के विभिन्न जिलों से 28 ऐसी वारदातें कर चुके हैं। चुराई गई डिवाइस की कीमत लगभग अस्सी लाख है। चोर गिरोह सीसीटीवी कैमरों की जद में आ चुका है लेकिन पुलिस की पकड़ से वह अभी भी दूर हैं।
टेलीफोन कंपनियों की मानें तो यह काम कोई साधारण चोर नही, बल्कि इस तकनीक का जानकार व्यक्ति ही कर सकता है। सामान्य चोर चुराई वस्तु का ना तो महत्व जानता और ना ही उसका बाजार, जहां उसे बेचा जा सके। जबकि तकनीकी जानकार चोर इसे भारत के बाजार में ही नहीं, बल्कि विदेशी बाजार तक में बेच सकता है।
डिवाइस का कोड क्रेक करने की भी शंका
इस क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि बीबीयू डिवाइस को चुराने के बाद उसका उपयोग करने पर उसका पता लगाया जाना आसान है। जब तक उसके कोड को क्रेक नहीं किया जाता, तब तक जब कभी उसे वापस शुरू किया जाए तो उसका पता तुरंत लग जाता है। जैसे ही बिना कोड क्रेक की गई डिवाइस को एक्टिव किया जाए तो कंपनी को उसके बारे में तुरंत सूचना मिल जाती है।
सीसीटीवी के बावजूद चोरी हो रही बीबीयू डिवाइस
5 जी नेटवर्क के मोबाइल टावरों पर किसी तरह की चोरी या नुकसान की शंका का पता लगाए जाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इसके बावजूद चोर इतने चालाक है कि वह पकड़ में नहीं आ रहे । यही नहीं, सर्वर बॉक्स में जैसे ही इस डिवाइस को निकाला जाता है, उसी समय हैड आॅफिस में अलार्म बजता है लेकिन चोर कंपनी के टेक्नीशियन के पहुंचने से पहले ही रफूचक्कर हो जाते हैं। चोरी की बेखौफी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उनके चेहरे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो रहे हैं और इसकी जानकारी उन्हें भी हैं, इसके बावजूद वह चोरी करने से नहीं थम नहीं रहे।
इधर, पुलिस ने बताया कि उदयपुर में पिछले महीने 4 मोबाइल टावर से बीबीयू डिवाइस चोरी हो चुकी हैं। ये डिवाइस सेक्टर 4 एव 5, प्रतापनगर रेलवे कॉलोनी, शिल्पग्राम स्थित टावर से चुराए गए। जबकि सिरोही और जयपुर में 4—4, कोटा के 3, बाड़मेर के 2, चित्तौड़गढ़, सीकर, जोधपुर और बूंदी के एक—एक मोबाइल टावर से 5 जी नेटवर्क की बीबीयू डिवाइस चोरी हो चुकी हैं।
जानिए, बेस बैंड यूनिट के बारे में
बेस बैंड यूनिट यानी बीबीयू एक ऐसी डिवाइस है, जो इंटरनेट, फोन नेटवर्क और रेडियो प्रणाली के अलावा रेडियो प्रसारण समेत दूरसंचार प्रणालियों मं काम आती है। इसे मोबाइल टावर के सर्वर बॉक्स में लगाया जाता है, जो रिमोट रेडियो यूनिट यानी आरआरयू डिवाइस से जुड़ा होता है।