तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा की एथिक्स कमेटी के चीफ विनोद सोनकर पर आलोचना की है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा है कि सवाल के बदले कैश के मामले में सुनवाई से पहले एथिक्स कमेटी के प्रमुख मीडिया के सामने कैसे बातचीत कर रहे हैं? उन्होंने आगे कहा कि बिनेसमैन दर्शन हीरानंदानी ने जो हलफनामा दायर की थी, वो मीडिया पास कैसे पहुंची?
लोकसभा नियमों का हवाला देते हुए महुआ ने उठाए सवाल
टीएमसी नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स ( पूर्व में ट्विटर ) पर लोकसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालय के नियमों को दर्शाते हुए एथिक्स कमेटी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘आचार समिति के अध्यक्ष मीडिया से खुलकर बात करते हैं। कृपया नीचे लोकसभा नियम देखें। “शपथपत्र” मीडिया तक कैसे पहुंचता है? चेयरमैन को पहले इसकी जांच करानी चाहिए कि ये कैसे लीक हुआ। मैं दोहराती हूं – बीजेपी का एक सूत्रीय एजेंडा अडानी पर मेरा मुंह बंद करने के लिए मुझे लोकसभा से निष्कासित करना है।’
अडानी ग्रुप के खिलाफ सवाल पूछकर फेमस होना चाहती थी महुआ
बता दें कि हलफनामें में बिजनेसमैन हीरानंदानी ने सहमति जताई थी कि लोकसभा में सवाल पूछने और पार्लियामेंट लागिन के बदले महुआ को रिश्वत दी थी। उन्होंने आगे यह भी आरोप लगाए थे कि टीएमसी सांसद आडानी ग्रुप पर हमाल करके फेमस होना चाहती थीं।
एथिक्स कमेटी के चीफ ने मीडिया से कही थी ये बात
गौरतलब है कि बीते सप्ताह भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह संसद में सवाल पूछने के एवज में रिश्वत और गिफ्ट लेती हैं। इसके बाद देश की राजनीति में हड़कप मच गया। बता दें कि लोकसभा की आचार संहिता समिति ने एक हलफनामा मिलने की पुष्टि की है और सभी आरोपों पर गहन जांच कराने की बात कही है। एथिक्स कमेटी के चीफ सोनकर ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा था कि लगाए गए सभी आरोप गंभीर हैं और बिजनेसमैन हीरानंदानी समिति के सामने पेश होने के लिए कहा गया था।