इंतजार हो रहा लंबा : पुराने चेहरों के चलते लटकी कांग्रेस की सूची!
-सीईसी की मैराथन बैठक के बाद भी नहीं बनी सहमति, प्रदेश की लिस्ट से नाखुश हाईकमान
-प्रियंका गांधी की सिकराय की 20 अक्टूबर की जनसभा के बाद सूची आने की उम्मीद
जयपुर, 18 अक्टूबर (विसं) : इंतहा हो गई इंतजार की… कुछ यही सांग इस समय कांग्रेस खेमे में कांग्रेसी गुनगुनाते नजर आ रहे हैं। स्क्रीनिंग कमेटी की दो बैठक एवं बुधवार को सीईसी की मैराथन बैठक के बाद भी कांग्रेस की पहली लिस्ट पर आपसी सहमति बन नहीं पा रही है। जबकि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में 90 से 110 सीटों पर नाम तय हो गए थे। हालांकि कमेटी में भी मौजूदा विधायकों को टिकट देने पर आपत्ति जताई गई थी, लेकिन सीएम अशोक गहलोत नहीं माने। सीईसी की मीटिंग में भी मौजूदा विधायकों को सर्वे व फीडबैक रिपोर्ट के विपरीत टिकट नहीं देने की बात सीनियर्स ने की। यहां पर भी गहलोत ने पूरे कार्यकाल साथ देने वाले विधायकों को फिर मौका देने की वकालत की। इसके चलते एक बार फिर कांग्रेस की लिस्ट को पैंडिंग में डाल दिया गया। अब 20 अक्टूबर को दौसा के सिकराय में होने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा की जनसभा के बाद ही कांग्रेस की लिस्ट आने की बात कही जा रही है।
स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक दो बार हुई लेकिन मौजूदा विधायकों को लेकर रार का दौर लगातार जारी है। सीएम अशोक गहलोत सार्वजनिक जगह भी अपने विधायकों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं, तो बैठक में भी उन्हें ही टिकट देने पर वकालत करने की बात सामने आ रही है। जबकि पार्टी सर्वे व फीडबैक में दो से तीन दर्जन विधायकों की स्थिति कमजोर आई है। वहीं पार्टी प्रोग्राम से लेकर सरकार की योजनाओं को भी धरातल पर ले जाने में यह अधिक सक्रिय नहीं थे। विधायकों के वन टू वन संवाद प्रोग्राम में भी प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कम स्कोर वाले विधायकों को नसीहत दी थी, लेकिन वह फिर भी सक्रिय नहीं हुए। सीनियर ऑब्जर्वर मधुसुदन मिस्त्री सहित सह प्रभारी व अन्य पर्यवेक्षकों ने भी विधानसभाओं में सक्रिय होकर वास्तविकता परखी। इन सभी की रिपोर्ट में मौजूदा विधायक-मंत्री का विरोध सामने आया। इसी के चलते स्क्रीनिंग कमेटी से लेकर सीईसी की बैठक तक में इन मौजूदा विधायकों के टिकट काटने की बात हुई। हालांकि सीएम इसके लिए तैयार नहीं हैं और हर जगह वह इनकी सिफारिश कर रहे हैं। जबकि उम्मीद थी कि बुधवार को कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी हो जाएगी। इसमें बड़े चेहरे, पूर्व सांसद, सक्रिय विधायक के साथ ही दो बार चुनाव हारने वाले सक्रिय नेताओं के नाम शामिल थे। मौजूदा विधायक को लेकर जो पेंच फंस गया है, उसके चलते लिस्ट फिलहाल अटक गई है।
सिंगल नाम वाले पुराने चेहरों पर राहुल ने भी जताया आश्चर्य
सूत्रों की माने तो सीईसी की बैठक में लंबी लिस्ट में सिंगल नाम व पुराने चेहरों व नाम देखकर राहुल गांधी ने भी कहा कि क्या इन सीटों पर नए दावेदार व चेहरे नहीं हैं क्या? बार-बार वही नाम-चेहरे पार्टी के लिए ठीक नहीं हैं। इसी के चलते लिस्ट फिलहाल रोक ली गई।
ताकि प्रियंका की जनसभा पर ना पड़े असर
टिकट को लेकर मचे विवाद के चलते हाईकमान ने भी अहतियातन कदम उठाते हुए फिलहाल इसे होल्ड पर करने का निर्णय लिया। ताकि 20 अक्टूबर को दौसा के सिकराय में प्रियंका गांधी की जनसभा पर इसके साइड इफेक्ट ना पड़े। हाईकमान को मालूम है कि यदि मौजूदा व सर्वे रिपोर्ट के बाहर नाम तय किए गए तो विधानसभाओं में विरोध होगा और कार्यकर्ता नाराज होंगे। इसका असर प्रियंका की जनसभा में भी पड़ सकता है। इसके चलते भी शायद लिस्ट को फिलहाल रोक लिया गया है।