-लघु उद्योग निगम चेयरमैन राजीव अरोड़ा भी मालवीय नगर से कर रहे दावेदारी
-पार्षद सहित अन्य लोगों ने दिल्ली में सह प्रभारी अमृता धवन के सामने खोली पोल
जयपुर, 17 अक्टूबर (विसं) : कांग्रेस में टिकट का ऐलान होने से पहले ही विवाद सडक़ों पर आने लगा है। मालवीय नगर से दो बार चुनाव हारने वाली अर्चना शर्मा को तीसरी बार टिकट मिलने की अटकलों के बीच दिल्ली में प्रदर्शन किया गया। ज्ञापन देकर उनकी टिकट काटने की आवाज बुलंद की गई। लघु उद्योग निगम चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने स्क्रीनिंग कमेटी चेयरमैन गौरव गोगाई व सह प्रभारी अमृता धवन से मीटिंग भी की और खुद की दावेदारी मालवीय नगर से की। मंगलवार को भी उनके समर्थकों ने अर्चना शर्मा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए साफ कर दिया कि यदि उन्हें टिकट मिला तो कांग्रेस की हार तय है।
कांग्रेस की टिकट को लेकर जयपुर का विवाद अब दिल्ली शिफ्ट हो गया है। मंगलवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के पहले ही राजीव अरोड़ा व उनके समर्थक सडक़ों पर आ गए। उनका कहना था कि 2013 व 2018 का लगातार दो बार चुनाव हारने वाली अर्चना शर्मा को किस आधार पर पार्टी टिकट दे रही है। जबकि यहां पर चेयरमैन राजीव अरोड़ा पूरी तरह सक्रिय हैं और यदि उन्हें टिकट मिला तो पार्टी मालवीय नगर में आसानी से चुनाव जीत जाएगी। अरोड़ा ने स्क्रीनिंग कमेटी चेयरमैन गौरव गोगाई के सामने भी अपनी दावेदारी कर जीत के समीकरण बताए। साथ ही उन्होंने उनके साथ गए पार्षद व अन्य लोगों ने सह प्रभारी अमृता धवन से भी मुलाकात की। इस दौरान सभी ने एक सुर में अर्चना शर्मा के खिलाफ विधानसभा का माहौल, जातिगत समीकरण, उनकी निष्क्रियता की कहानी सह प्रभारी धवन को बताई। इससे साफ है कि कांग्रेस में टिकट को लेकर रस्साकसी का माहौल है और लिस्ट जारी होने के बाद यह विवाद और विकराल रूप अख्तियार कर सकता है।
शीर्ष नेतृत्व मौजूदा विधायकों के खिलाफ, लेकिन गहलोत साथ
बताया जाता है कि शीर्ष नेतृत्व अपने सर्वे व फीडबैक के आधार पर कई मौजूदा विधायक-मंत्रियों के टिकट काटने की कोशिश कर रहा है। इसको लेकर प्रदेश नेताओं को भी संकेत दिए गए हैं। हालांकि सीएम अशोक गहलोत मौजूदा विधायकों को ही टिकट देने की पैरवी कर रहे हैं। इसी के चलते मंगलवार को दोबारा स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में टिकटों को लेकर एक्सरसाइज की गई, ताकि बुधवार को सीईसी की मीटिंग में उसे रखकर पहली सूची जारी कर दी जाए।