जोधपुर। केयर्न ऑयल एंड गैस ने एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी जोधपुर (एयूजे) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस एमओयू के तहत सालभर में 15 से ज्यादा ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जाएंगे। इसमें छोटी और लंबी दोनों अवधि के कोर्सेज शामिल हैं। यह कृषि और गैर कृषि से संबंधित क्षेत्रों में उम्मीदवारों के कौशल का विकास कर रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देगी। इससे क्षेत्र में लंबे समय तक आर्थिक समृद्धि आएगी। इस ट्रेनिंग कोर्सेज में एक महीने की अवधि के वोकेशनल कोर्स के साथ ही एक साल की लंबी अवधि के डिप्लोमा कोर्स भी शामिल हैं।
इन कोर्सेज का संचालन राजस्थान के जोधपुर के केयर्न सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीसीओई) में किया जाएगा। इसका उद्देश्य सालभर में 200 छात्रों को ट्रेनिंग देना है। आने वाले वर्षों में इस सेंटर से अधिक संख्या में छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा। छात्रों के एक बहुत बड़े वर्ग तक इन कोर्सेज की पहुंच को बढ़ाया गया है। यहां एडमिशन लेने वाले छात्र ट्यूशन और हॉस्टल की फीस में सब्सिडी का भी लाभ उठा सकेंगे। यह साझेदारी पर्यावरण, सामाजिक स्थिति और प्रशासन (ईएसजी) के विजन को हासिल करने के लिए समुदाय में बदलाव के केयर्न के स्थापित लक्ष्य का अनुसरण करती है। इस प्रोजेक्ट को प्रारंभिक रूप से तीन वर्ष की अवधि के लिए प्रस्तावित किया गया है। कोर्सेज को सफलतापूर्वक ढंग से पूरा करने के बाद सेंटर उचित संबद्धता और मान्यता के साथ छात्रों का प्लेसमेंट करने में मदद देगा। इसके साथ ही छात्रों को स्वरोजगार, नौकरी करने और उद्यमिता के अवसरों की ओर प्रोत्साहित करने पर खास जोर दिया जाएगा। छात्रों को ध्यान में रखकर की गई इस पहल के अलावा बाड़मेर और जालोर जिले में केयर्न के संचालन क्षेत्रों में किसान एयूजे के मॉड्यूल, सर्विसेज और तकनीकी मदद से आधुनिक ढंग से खेती कर ज्यादा पैदावार हासिल कर लाभ उठा सकेंगे। एमओयू के दौरान एयूजे का प्रतिनिधित्व यूएजी की कार्यवाहक रजिस्ट्रार अदिति पुरोहित और केयर्न ऑयल एंड गैस का प्रतिनिधित्व ब्रिगेडियर बीएस शेखावत और हरमीत सेहरा ने किया। केयर्न ऑयल एंड गैस के डिप्टी सीईओ डॉ. स्टीव मूर ने साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हमने अपने संचालन क्षेत्र के पास रहने वाले समुदाय में कौशल के विकास के लिए एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, जोधपुर से साझेदारी की है।
अब तक दो हजार को दे चुके ट्रेनिंग
जोधपुर में केयर्न सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीसीओई) का संचालन 2014 से किया जा रहा है। सेंटर में छह वोकेशनल कोर्सेज में 2,000 से ज्यादा छात्रों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण दिया जा चुका है। सीसीओई में प्रशिक्षण प्राप्त इन छात्रों ने स्व-रोजगार, छोटे व्यवसाय से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में प्रमुख भूमिका निभाई है। इस तरह उन्होंने स्थानीय आर्थिक विकास में योगदान दिया है।