नए चेहरों पर दांव लगाया, 29 सीटों पर उतारे नए प्रत्याशी
जयपुर, 9 अक्टूबर : बीजेपी ने 2018 में हारी 40 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। वहीं 2018 में विद्याधर नगर की जीती सीट पर प्रत्याशी बदल दिया है। बीजेपी ने विद्याधर नगर से विधायक नरपत सिंह राजवी का टिकट काटकर यह संकेत दे दिया कि पूर्व विधायकों व कई नामी-गिरामी चेहरों को बीजेपी टिकट नहीं देगी। पार्टी सूत्र बताते हैं कि जयपुर शहर की अधिकांश सीटों पर बीजेपी इस बार नए चेहरों को उतारना चाहती है।
बीजेपी ने 41 में से 29 विधानसभा सीटों पर नए प्रत्याशी उतारे हैं। गंगानगर, श्रीडूंगरगढ़, सुजानगढ़, झुंझुनूं, नवलगढ़, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़, दांतारामगढ़, कोटपूतली, झोटवाड़ा, विद्याधर नगर, बस्सी, तिजारा, बानसूर, नगर, वैर, हिंडौन, सपोटरा, बांदीकुई, सवाईमाधोपुर, देवली-उनियारा, किशनगढ़, केकड़ी, बायतू, सांचौर, डूंगरपुर, बागीदौरा, माण्डल और सहाड़ा सीटों पर 2018 में जो प्रत्याशी थे, उनका टिकट काटा गया है। बीजेपी ने अपनी पहली जो 41 सीट पर प्रत्याशी घोषित किए हैं उसमें से 40 सीट बीजेपी 2018 के चुनाव में हार चुकी थी। एक मात्र विद्याधर सीट पर बीजेपी प्रत्याशी नरपत सिंह राजवी जीते थे वहां पर पार्टी ने सांसद दीया कुमारी को चुनावी मैदान में उतारा है।
डोटासरा के सामने सुभाष महरिया!
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के सामने बीजेपी ने सीकर के पूर्व सांसद सुभाष महरिया को उम्मीदवार बनाया है। महरिया बीजेपी से कांग्रेस में चले गए थे। हाल ही में वापस भाजपा में लौटे हैं।
उदयपुरवाटी से गुढ़ा के सामने फिर शुभकरण उम्मीदवार, बीजेपी ने नहीं छोड़ी सीट
उदयपुरवाटी से बीजेपी ने राजेंद्र सिंह गुढ़ा के सामने शुभकरण चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। शुभकरण 2013 में विधायक रह चुके हैं। लाल डायरी प्रकरण और गुढ़ा के शिवसेना (शिंदे गुट) में जाने के बाद सियासी हलकों में ये कयास लग रहे थे कि बीजेपी गठबंधन में यह सीट छोड़ सकती है। पर ऐसा हुआ नहीं।
11 विधानसभा सीटें, जहां भाजपा पिछले तीन चुनाव हारी
भाजपा की पहली लिस्ट में 11 ऐसी सीट हैं जहां वह लगातार तीन बार से चुनाव हार रही है। इनमें दांतारामगढ़ (सीकर), कोटपूतली, झुंझुनूं, सांचौर, फतेहपुर (सीकर), लक्ष्मणगढ़ (सीकर), नवलगढ़ (झुंझुनूं), लालसोट (दौसा), सपोटरा (करौली), बागीदौरा (बांसवाड़ा) और बस्सी (जयपुर) विधानसभा शामिल हैं।