-प्रदेश के 13 जिलों में दबिश, राजधानी से 1 को पकड़ा
जयपुर, 27 सितम्बर : खालिस्तानी समर्थकों के सक्रिय होने के इनपुट से एनआईए अलर्ट मोड़ पर है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन टीम ने मंगलवार देर रात राजस्थान में दस्तक दी, जबकि उसके अन्य राज्यों में भी छापेमारी की जानकारी मिली है। प्रदेश के तेरह जिलों में संदिग्धों के ठिकानों पर दबिश दी गई, जिसके चलते राजधानी से एक जने को पकड़े जाने के इनपुट हैं, जिससे गहन पूछताछ की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार एनआईए की अलग-अलग टीमों ने हनुमानगढ़, झुंझुनूं, गंगानगर, जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर, सीकर, पाली, जोधपुर ग्रामीण, बाड़मेर, कोटा ग्रामीण, भीलवाड़ा और अजमेर में छापेमारी कर सर्च ऑपेरशन चलाया। जानकारी के अनुसार एनआईए को इनपुट मिले थे कि खालिस्तान समर्थकों को सक्रिय किया जा रहा है, जिसके चलते देश में कानून व्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। सक्रिय हुए खालिस्तानी समर्थकों को कनाड़ा में बैठे खालिस्तानी बड़े शातिराना अंदाज में ऑपरेट कर रहे हैं। एनआईए द्वारा खालिस्तान समर्थकों के संपर्क में आए संदिग्धों के बैंक खाते और मोबाइलों को भी राडार लिया जा रहा है। पता चला है कि सीमा पार से खालिस्तानी मानसिकता से जुडऩे के लिए फंड मुहैया कराया जा रहा है।
नक्शे में दिखाए कई जिले :
जानकारी के अनुसार कट्टïर खालिस्तान समर्थकों ने इतना दुस्साहस किया कि कथित मानचित्र में राजस्थान के करीब एक दर्जन जिलों को खालिस्तान में दर्शाया दिया। गौरतलब है कि एक खालिस्तान समर्थक को एनआईए ने राउंडअप किया तो उसके खाते में बड़े लेनदेन का खुलासा करने के साथ ही संदिग्ध ने कई राज्यों में सक्रिय समर्थकों की जानकारी दी। गुपचुप तरीके से इनपुट जुटा रही एनआईए ने इनके नेटवर्क को तोडऩे के लिए एक साथ 13 जिलों में सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया।
राजधानी से एक पकड़ा :
सूत्र बताते हैं कि जयपुर से एक संदिग्ध को पकड़ा है। वह निजी कॉलेज में पढ़ाई करता है और पिता झुंझुनूं में सेना में तैनात हैं। उनसे हुई पूछताछ के बाद ही बेटे को राउंडअप किया जो खालिस्तानी सोच से जुड़ा है। पता चला है कि जैसलमेर के पोकरण इलाके के रामदेवरा और छायण गांव से दो जनों को पकड़ कर पूछताछ की और उन्हें पूछताछ के लिए 4 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित एनआईए दफ्तर बुलाया गया है। हनुमानगढ़ से भी 3 और सूरतगढ़ से 4 जनों को पकडऩे के समाचार मिले हैं। एनआईए अब इनसे पूछताछ कर खालिस्तानी नेटवर्क को तोडऩे का प्रयास कर रही है। एक अन्य संदिग्ध के कनाडा में बातचीत करने और खाते में लेनदेन के साक्ष्य मिले हैं।
मोबाइल किए जप्त, लोकेशन में भटकी :
जानकारी के अनुसार हनुमानगढ़ के गोलूवाला के गांव 3 एचडीबी में एनआईए दस्तक दी। यहां पिलम्बर का काम करने वाले के मोबाइल से किसी आतंकी को फोन करने के इनपुट थे। टीम ने उससे पूछताछ कर मोबाइल जप्त करने के बाद उसके भाई के मोबाइल को भी ले लिया। सूत्र बताते हैं कि एनआईए टीम गलत लोकेशन के चलते रास्ता भटक गई थी। बताते चलें कि राजस्थान में खालिस्तानी सोच रखने और उसके समर्थक मिलना पहला मामला नहीं है। करीब दो दशक पहले भी खालिस्तान समर्थकों ने राजस्थान को टारगेट बनाया, मगर वे मंसूबों में कामयाब नहीं हो सके।