अलवर, 25 सितंबर : अलवर शहर से 10 किलोमीटर की दूरी पर रूंध- शाहपुरा वन खंड में चूहड़-सिद्घ घाटी पर 2 करोड रूपये की लागत राशि से बनी लव-कुश वाटिका आमजन को प्रकृति से जोडऩे का कार्य कर रही है। इस वाटिका का लोकार्पण पूर्व केन्द्रीय मंत्री भंवर जितेन्द्र सिंह व राजस्थान के मंत्री टीकाराम जूली ने इसी वर्ष 25 अप्रैल को किया था।
उप वन संरक्षक अपूर्व कृष्ण श्रीवास्तव ने बताया कि 75 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैली यह वाटिका मूलत: पलाश का जंगल है जिसकी वजह से मार्च माह में यह घाटी केसरिया रंग में तब्दील हो जाती है। चारों तरफ पहाड़ी से घिरी प्रकृति की गोद में बसी लव-कुश वाटिका आम जनता को प्रकृति से जुडऩे का सुनहरा अवसर उपलब्ध करवाती है। उन्होंने बताया कि इस वाटिका में अलग-अलग घूमने के पथ बनाये गए हैं जिसके तहत सांभर हिरण पथ,चीतल पथ मुख्यतया है ताकि आमजन को वन एवं वन्यजीवों के साथ जोड़ा जा सके। वहीं वाटिका में भूजल स्तर में सुधार करने की दृष्टि से गेबियन बनाये हैं, गेबियन एक ऐसी संरचना होती है जिसके तहत पानी के वेग को नियंत्रित कर मिटटी के बहाव को रोक कर आसपास के भूजल स्तर को बढ़ाया जा सकता है। गेबियन के अंतर्गत वाटिका में एक पहाड़ी से प्राकृतिक झरने से पानी आता है जिसे संरक्षित कर वाटिका के रख रखाव में भी उपयोग में लिया जाता है।
पर्यटक हो रहे अभिभूत
उन्होंने दावा किया कि स्थानीय निवासियों के अलावा यहां दिल्ली,हरियाणा, उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश से भी पर्यटक प्राकृतिक रोमांच का लुत्फ उठाने प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। स्थानीय वन अधिकारियों के अनुसार लव कुश वाटिका बनने के बाद पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है जिससे आसपास के निवासियों को भी रोजगार के साधन उपलब्ध हो रहे हैं।
2023-09-25