-वक्ताओं ने कहा, जनमत सर्वेक्षण जनभावनाओं को मापने की आदर्श कसौटी
जयपुर, 21 सितंबर। आईआईएस (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) कैंपस में गुरुवार को राजस्थान इलेक्शन एंड ओपिनियन पोल्स विषयक एक दिवसीय वर्कशॉप हुई। वर्कशॉप में चुनाव क्यों और कैसे होते हैं, कानून क्यों जरूरी है इस पर भी चर्चा की गई। वर्कशॉप में करीब डेढ़ सौ से अधिक स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन की ओर से हुई इस वर्कशॉप में मुख्य वक्ता माइंडपूल मीडिया नेटवर्क के फाउंडर श्रीपाल शक्तावत और कॉन्टेंट एडिटर प्रदीप बिदावत रहे। प्रारंभ में एडवाइजर डॉ. शिप्रा माथुर ने दोनों वक्ताओं का स्वागत किया।
वर्कशॉप में श्रीपाल शक्तावत ने कहा कि मौजूदा दौर में ओपिनियन पोल की अहमियत को शिद्दत से महसूस किया सकता है। सत्तारुढ़ पार्टी और विपक्ष की जिम्मेदारी सीधेतौर पर जनभावनाओं से संश्लिष्ट रूप से जुड़ी होती है। चुनावी उत्सवी माहौल में अच्छे नेता को चुना जाना वाकईयत में जनता के लिए काफी चुनौतीपूर्ण भी होता है। उन्होंने कहा कि जनमत सर्वेक्षण अहम मुद्दों पर सोचने के लिए हमें तैयार करते हैं। कॉन्टेंट एडिटर प्रदीप बिदावत ने कहा कि जनमत सर्वेक्षण वाकई में जनभावनाओं को मापने की आदर्श कसौटी है जो शिव भी हो सत्य और शिवम भी हो। जनमत सर्वेक्षण सटीक विजन भी है। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में बढ़ते प्रचार संसाधनों के मद्देनजर चुनावी साक्षरता की अहम जरूरत है। एडवाइजर डॉ. शिप्रा माथुर ने कहा कि आम मतदाताओं और नागरिकों के बीच चुनाव पूर्व माहौल और चुनाव पूर्व संवाद की जानकारी होना बेहद जरूरी है। वर्कशॉप के आयोजन में यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का सहयोग रहा।