क्षमा को धारण करने वाला व्यक्ति बनता है मोक्षगामी: सन्मति मुनि

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जोधपुर। पावटा बी रोड स्थित चौरडिया भवन में आठ दिवसीय पर्युषण पर्व संवत्सरी के साथ संपन्न हुआ।
पर्व के अंतिम दिन दक्षिणकेसरी तपाचार्य सन्मति मुनि ने अपने प्रवचन में क्षमा का महत्व समझाते हुए कहा कि क्षमा हमारे जीवन के अंदर सबसे श्रेष्ठ मानी जाती है जिसके जीवन में क्षमा आ जाए वह पाप दोष से वंचित रहता है और अपने जीवन को निखार लेता है। क्षमा को धारण करने वाला व्यक्ति मोक्षगामी बन जाता है। इस आठ दिवसीय पर्व के दौरान हजारों की तादाद में लोगों की मौजूदगी रही और संतों के मुखारविंद से प्रवचन का आनंद लिया। आगामी 22, 23 और 24 सितंबर को तीन दिवसीय युगप्रधान आचार्य सम्राट जयमल महाराज की 316वीं जयंती का समारोह पावटा स्थित चौरडिया भवन के प्रांगण में आयोजित किया जाएगा। पहले दिन 22 सितंबर को प्रवचन के साथ सामूहिक एकासना दिवस मनाया जाएगा। दूसरे दिन 23 सितंबर को सहजोड़े 316 चमत्कारी जय जाप, गुरु जयमल भक्ति गीत और एक शाम गुरु जयमल के नाम आदि कार्यक्रम होंगे। अंतिम दिन 24 सितंबर को गुरु जयमल गुणानुवाद और गुरु गौतम प्रसादी होगी।

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