जैसलमेर 27 फरवरी (ब्यूरो): अमेरिका की कोर्नेल लैब ऑफ ओरनिथोलॉजी के अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन पक्षी गणना एप ई-बर्ड द्वारा गत 17 से 20
फरवरी तक 26वे अंतरराष्ट्रीय ग्रेट बैकयार्ड बर्ड काउंट के नतीजे शनिवार घोषित किए गए। जिसमें भारत के पक्षीविदों व पक्षी प्रेमियों ने विश्व में कोलंबिया व इक्वेडोर के बाद सबसे ज्यादा 1 हजार 67 पक्षी प्रजातियों को दर्ज किया। भारत के विभिन्न राज्यों के नतीजों में राजस्थान 322 पक्षी प्रजातियों के साथ 10वें स्थान पर हैं।
लेकिन राजस्थान में पक्षी प्रेमियों द्वारा ऑनलाइन 2 हजार 958 पक्षी गणनाओं की सूचियों को जमा करने की श्रेणी में राजस्थान पूरे भारत में 5वें स्थान पर है। राजस्थान में ही जैसलमेर जिले ने 190 पक्षी प्रजातियों के साथ 5वां स्थान प्राप्त किया है। जैसलमेर में कुल 23 पक्षी प्रेमियों ने 16 स्थानों से 385 सूचियों में इन पक्षी प्रजातियों को दर्ज किया है। जैसलमेर में सर्वाधिक 42 सूचियां विदेशी पर्यटक रिक बोवर और 38 सूचियां विदेशी पर्यटकों पेडर स्विंजेंन और बारबरा केली ने दर्ज की हैं। वहीं सर्वाधिक 130 पक्षी प्रजातियों को स्थानीय पक्षी प्रेमी पार्थ जगाणी और 114 पक्षी प्रजातियों को दौलत पंवार ने दर्ज किया है।
जैसलमेर में इन चार दिनों में सर्वाधिक 120 पक्षी प्रजातियों को नेतसी झील पर देखा गया। नेतसी झील पर मौजूद पक्षी प्रजातियों की संख्या पूरे राजस्थान में सर्वाधिक छठे स्थान पर रही। इसके अलावा गड़ीसर झील पर 78 प्रजातियों व देगराय मंदिर तालाब पर 62 प्रजातियों को भी देखा गया। जैसलमेर में इस कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण संस्थान ईआरडीएस फाउंडेशन की टीम ने भी भागीदारी निभाई। संस्था के मानद पर्यावरणविद डॉ. सुमित डूकिया ने बताया कि इन गणनाओं से जैसलमेर के पारिस्थितिकी तंत्र को पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों के साथ ही मध्य एशिया व यूरोप से आने वाली प्रवासी प्रजातियों के लिए महत्वपूर्ण पड़ाव व भारत में प्रवेश व बाहर निकलने के द्वार के रूप में महत्वपूर्ण बताया
2023-02-27