उदयपुर, 05 सितम्बर(ब्यूरो): प्रताप गौरव केन्द्र राष्ट्रीय तीर्थ में इस बार जन्माष्टमी पर 7 सितम्बर को भरने वाले लालन के मेले में सुबह से रात तक कृष्ण भक्ति की सरिता बहेगी। इस मेले में जहां एक ओर भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की झांकियां सजेंगी, वहीं दही-हांडी प्रतियोगिता की भी धूम मचेगी। खास बात यह है कि इस बार यहां महिलाओं की टोलियां भी दही-हांडी प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी और इसके लिए प्रति उत्साह भी नजर आ रहा है। अन्य प्रतियोगितों के प्रति भी उत्साह झलक रहा है।
प्रताप गौरव केन्द्र राष्ट्रीय तीर्थ के निदेशक अनुराग सक्सेना ने बताया कि जन्माष्टमी के दिन 7 सितम्बर को परिसर में स्थित भक्ति धाम में लालन का मेला भरेगा। इसमें कंस के कारागृह में भगवान के अवतार सहित रुक्मिणी मंगल तक की विभिन्न लीलाओं की 15 झांकियां दर्शनार्थियों का मन मोहेंगी। यह झांकियां विद्या निकेतन बड़गांव के सहयोग से सजाई जाएंगी। परिसर में 20 स्टॉल्स भी लगाई जाएंगी जो मेले का अहसास कराएंगी। इन स्टॉल्स पर ठाकुरजी की सेवा से संबंधित सामग्री के साथ भगवद भक्ति, राष्ट्रभक्ति से जुड़े साहित्य सहित चाट-पकौड़ी का स्वाद भी उपलब्ध होगा।
उन्होंने बताया कि जन्मोत्सव के आयोजनों का आरंभ प्रातःकाल 7 बजे गौरव केन्द्र परिसर के भक्तिधाम में स्थित भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न स्वरूपों के पंचामृत अभिषेक से होगा। इसमें अब तक 24 जोड़े पंजीकरण करा चुके हैं। अपराह्न 4 बजे से दही-हांडी प्रतियोगिता शुरू होगी। इस बार पुरुषों के साथ महिलाओं के लिए भी अलग से दही-हांडी प्रतियोगिता का नवाचार किया गया है। पुरुष वर्ग में दस प्रविष्टियां प्राप्त हो चुकी हैं जब कि महिला वर्ग में तीन प्रविष्टियां आ चुकी हैं। पुरुष वर्ग में विजेता दल को 11 हजार का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। पुरुष वर्ग में भाग लेने के लिए शुल्क भी रखा गया है। महिला वर्ग में किसी प्रकार का शुल्क नहीं रखा गया है। महिला वर्ग की विजेता टीम को भी नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मेला समिति के संयोजक सत्यनारायण गुप्ता ने बताया कि दोपहर एक बजे से 5 वर्ष तक की उम्र के बच्चों के लिए कान्हा-यशोदा वेशभूषा प्रतियोगिता होगी। इस प्रतियोगिता में बच्चों की माताओं को भी साथ आना अनिवार्य होगा। इसमें बिटिया भी कान्हा के रूप में भाग ले सकेंगी। इसी के साथ, 6 से 10 वर्ष तक की उम्र की बच्चों के लिए राधा-कृष्ण वेशभूषा प्रतियोगिता होगी। इसमें बच्चों को राधा या कृष्ण बनकर आना है। दोनों ही प्रतियोगिताओं के लिए अब तक 30-30 प्रविष्टियां प्राप्त हो चुकी हैं।
आयोजन सहसंयोजक सत्यप्रकाश ने बताया कि रात 8 बजे से स्थानीय गायक कलाकार भक्तिगीतों की सरिता बहाएंगे। भजनों का दौर मध्यरात्रि तक जन्मोत्सव के दर्शन खुलने तक रहेगा। जन्मोत्सव के दर्शन के साथ ही महाआरती होगी और प्रसाद रूप में कान्हा के जन्म की बधाई बांटी जाएगी।
सह संयोजक गौरव नागर ने बताया कि मंगलवार को कृष्ण जन्मोत्सव मेले के पोस्टर का विमोचन किया गया। शहर के विभिन्न स्थानों, चौराहों, नुक्कड़ों, मंदिरों, देव स्थानकों आदि जगह पोस्टर लगाए गए हैं। इस अवसर पर भक्तिधाम परिसर की ओर से प्रवेश होगा जो निःशुल्क रहेगा। विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए प्रविष्टियां लेने का क्रम जारी है।
2023-09-05