64 रिद्धि विधान में इंद्र एवं इंद्राणियों ने किए अघ्र्य समर्पित

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टोंक : शहर के बड़ा तख्ता जैन मंदिर में चल रहे 64 रिद्धि विधान की पूजा बड़े भक्ति भाव एवं भक्ति नृत्य के साथ समापन बुधवार को होगा। इस विधान अलग-अलग परिवारों द्वारा आयोजित किया जा रहे हैं और विधान भी हर दिन अलग-अलग रचना की जा रही है, जिसके तहत शनिवार को पदमपुर पदयात्रा संघ सम्मेद शिखरजी के द्वारा पूजा-अर्चना करके 100 अर्घ भगवान के समक्ष बाल ब्रह्मचारी विनोद भैया जबलपुर एवं विधान संयोजक संयोजक पारस सर्राफ के सानिध्य में समर्पित किए गए। समाज के प्रवक्ता पवन कंटान व कमल सर्राफ ने बताया कि 4 जुलाई से शुरू हुए 64 रिद्धि विधान का समापन 6 सितंबर को अनेक कार्यक्रमों के साथ संपन्न होगा इससे पूर्व श्रद्धालुओं ने प्रात काल की बेला में अभिषेक शांतिधारा के पश्चात चौबीसों भगवान, आचार्य, मुनि व आर्यिका के अर्घ समर्पित किए गए तत्पाशत विधान में इंद्र इंद्राणी द्वारा पूजा-अर्चना की गई और विनोद भैया के मधुर वाणीके भजनो से रानी कांटान, चंद्रेश देवली, सीमा देवली, पदमा-ममता-अनिता छामुनिया, मनीषा फागी, अर्चना-सुनीता, संगीता आडऱा, मधु आदि महिलाओं ने रंगमा रंगमा, केसरिया केसरिया, पारसनाथजी के जयकारों से मधुबन गूंजा, हर साल बुलाना मुझे बाबा, आदि भजनों पर महिलाओं में जमकर भक्ति नृत्य किया। इस मौके पर समाज के राजकुमार छामुनिया, पदम कटान, सुनील आडऱा, मोनू छामुनिया, मनोज फागी, हुकुम देवली, राजेश हाड़ीगांव, राजेश बोरदा, सुनिल आडऱा, सुनिल बोरदा, रमेश गोटा, संदीप दवेली एवं नवीन आदि लोग उपस्थित रहे ।

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