जयपुर, 1 सितंबर। सीएम अशोक गहलोत की ओर से न्यायपालिका पर की गई बयानबाजी के विरोध में हाईकोर्ट और सेशन कोर्ट सहित सांगानेर कोर्ट में वकीलों ने स्वैच्छिक न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया। इस दौरान भाजपा समर्थित वकीलों ने अदालतों में पैरवी नहीं की। वहीं हाईकोर्ट में महाधिवक्ता, अतिरिक्त महाधिवक्ता सहित अन्य सरकारी वकीलों ने पैरवी में रोजमर्रा की तरह भाग लिया। इस दौरान भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अधिवक्ता अरुण चतुर्वेदी के नेतृत्व में वकीलों ने राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन सौंपा। चतुर्वेदी ने कहा कि संविधान के उच्च पद पर बैठे व्यक्ति का न्यायपालिका व वकीलों पर ऐसी टिप्पणी करना गंभीर और पूरे न्याय जगत के लिए अपमान सूचक है।
दूसरी ओर भाजपा समर्थित कुछ वकीलों ने सेशन कोर्ट परिसर के बाहर सीएम गहलोत के खिलाफ नारेबाजी कर पुतला दहन किया। गौरतलब है कि बीते दिनों सीएम गहलोत ने न्यायपालिका में भंयकर भ्रष्टाचार बताते हुए कहा था कि मैंने सुना है कि कई वकील फैसले टाइप कर ले जाते हैं और फिर बाद में वहीं फैसला बनकर सामने आ जाता है। वहीं बाद में हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई। दूसरी ओर हाईकोर्ट और दी बार एसोसिएशन, जयपुर की ओर से स्वैच्छिक न्यायिक बहिष्कार की घोषणा की गई।