एअर इंडिया-विस्तारा एयरलाइन के मर्जर को कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने शुक्रवार (1 सितंबर) को मंजूरी दे दी है। विस्तार के मर्जर के बाद अब एअर इंडिया देश की दूसरी सबसे बड़ी डोमेस्टिक एयरलाइन और सबसे बड़ी इंटरनेशनल एयरलाइन बन गई है। इस मर्जर की प्रोसेस 2024 तक पूरी हो जाएगी।
CCI ने सिंगापुर एयरलाइंस की तरफ से एअर इंडिया में हिस्सेदारी खरीद को भी मंजूरी दी है। हालांकि, यह मंजूरी कुछ शर्तों के साथ दी गई है। विस्तार को टाटा SIA एयरलाइंस के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइन का ज्वाइंट वेंचर है।
प्रस्तावित मर्जर के लिए CCI से इस साल अप्रैल में मंजूरी मांगी गई थी। इसमें टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड (TSPL), एअर इंडिया लिमिटेड, टाटा SIA एयरलाइंस लिमिटेड (TSAL) और सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड पक्ष बने हैं।
विस्तारा में सिंगापुर एयरलाइंस की 49% हिस्सेदारी है। टाटा ग्रुप ने पिछले साल नवंबर में एक डील के तहत एअर इंडिया के साथ विस्तार के मर्जर की घोषणा की थी। डील के तहत सिंगापुर एयरलाइंस भी एअर इंडिया में 25.1% हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी।
2024 तक हो जाएगा एअर इंडिया और विस्तारा का मर्जर
एअर इंडिया और विस्तारा एयरलाइन्स का मर्जर 2024 तक हो जाएगा। नई फर्म में टाटा की 74.9% और सिंगापुर एयरलाइन (SIA) की 25.1% हिस्सेदारी होगी। नई फर्म का नाम AI-विस्तारा-AI एक्सप्रेस-एयरएशिया इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (AAIPL) होगा। टाटा संस और SIA ने बीते साल दिसंबर में इसकी घोषणा की थी। तब उन्होंने कहा था कि 2024 तक इस प्रोसेस को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
फुल-सर्विस और लो-कॉस्ट वाली पहली एयरलाइन
एअर इंडिया (एअर इंडिया एक्सप्रेस और एयर एशिया इंडिया सहित) और विस्तारा के पास कुल 218 वाइडबॉडी और नैरोबॉडी एयरक्राफ्ट हैं, जो 38 इंटरनेशनल और 52 डोमेस्टिक डेस्टिनेशन पर सर्विस देते हैं। विस्तारा, टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड के बीच 51:49 का जॉइंट वेंचर है।
इसे 2013 में स्थापित किया गया था और यह मध्य पूर्व, एशिया और यूरोप में इंटरनेशनल ऑपरेशन्स के साथ भारत का लीडिंग फुल सर्विस कैरियर है। मर्जर के बाद, एयर इंडिया फुल-सर्विस और लो-कॉस्ट वाली पैसेंजर सर्विस दोनों को ऑपरेट करने वाला एकमात्र भारतीय एयरलाइन ग्रुप होगा। भारत का एविएशन मार्केट वर्तमान में दुनिया का तीसरा बड़ा बाजार है। अगले 10 साल में इसके दोगुना होने की उम्मीद है।
चार महीने पहले एअर इंडिया-विस्तारा के बीच हुई थी इंटरलाइन पार्टनरशिप
चार महीने पहले एअर इंडिया ने विस्तारा एयरलाइंस के साथ इंटरलाइन पार्टनरशिप की थी। इस पार्टनरशिप के तहत दोनों एयरलाइन के लिए डिपार्चर के पहले पॉइंट पर ही पूरी यात्रा के लिए बोर्डिंग पास मिल जाएंगे। अपने पहले पॉइंट पर ही बैगेज चेक-इन भी करा सकेंगे।
इसके अलावा फ्लाइट के लेट होने, कैंसिलेशन और डायवर्ट जैसी स्थितियों में दोनों एयरलाइंस एक दूसरे की फ्लाइट का इस्तेमाल कर सकेंगी। यानी एयर इंडिया के पैसेंजर्स को विस्तारा और विस्तारा के पैसेंजर्स को एअर इंडिया की प्लाइट में ट्रांसफर किया जा सकेगा।