देश के उपराष्ट्रपति ने उदयपुर में 9वें सीपीए भारत क्षेत्र सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, लोकतंत्र की सफलता के लिए विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका को सामंजस्य के साथ मिलकर एकजुट होकर काम करना होगा
उदयपुर, 22 अगस्त(ब्यूरो): नौवां राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) भारत क्षेत्र सम्मेलन का समापन मंगलवार को भारत के उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़ के समापन भाषण के साथ संपन्न हुआ।
धनखड़ ने कहा कि सीपीए भारत क्षेत्र लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांतों की रक्षा करने और उन मूल्यों को बढ़ावा देने का कार्य कर रहा है, जिन्हें परिपुष्ट करने के लिए सीपीए संघ प्रयासरत है। दुनिया हमें जानती है; हमारा देश लोकतंत्र की जननी हैं। हमारा देश सबसे बड़ा लोकतंत्र हैं। विश्व के 1/6 लोग हमारे देश में रहते हैं और हमारा लोकतंत्र दुनिया में अद्वितीय है। भारत में ग्राम स्तर पर, पंचायत स्तर पर, जिला परिषद स्तर पर, राज्य स्तर पर और केंद्रीय स्तर पर संवैधानिक रूप से स्थापित लोकतान्त्रिक संस्थाएं है। धनखड़ ने आगे कहा कि यह मंच हमें वर्तमान में विधानमंडलों और राष्ट्र के समक्ष प्रस्तुत महत्वपूर्ण चुनौतियों के बारे में गहन विचार-विमर्श करने का अनूठा और अद्वितीय अवसर प्रदान करता है।