बीते दिन हुए बीजेपी के प्रदर्शन पर पीसीसी अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा की तल्ख बयानबाजी का असर देखने को मिला है। आज बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर ने इस बयान का पलटवार किया है। अलका गुर्जर ने कहा कि कल गर्मी ज्यादा थी, ऐसे में हो सकता है ज्यादा टेंपरेचर से गोविंद सिंह डोटासरा का मानसिक संतुलन बिगड़ गया हो।
उन्होंने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष का इस तरह का बयान उनके गैर जिम्मेदाराना रवैये को दर्शाता है। दरअसल, मंगलवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ भाजपा ने प्रदर्शन किया था। जिसके बाद डोटासरा ने कहा था कि बीजेपी के प्रदर्शन में एक भी ओबीसी का वक्ता नहीं था।
मंच से एक भी ओबीसी के नेता को बोलने का मौका नहीं दिया गया। जबकि बीजेपी ओबीसी हितैषी होने का राग अलापती रहती है।
नाथी के बाड़े से आई चेकअप कराके आए हैं डोटासरा
डोटासरा के बयान पर पलटवार करते हुए अलका गुर्जर ने कहा कि लगता है डोटासरा नाथी के बाड़े से आई चेकअप कराके आए हैं। उन्हें मंच पर एक भी ओबीसी का वक्ता दिखाई नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मैं ओबीसी वर्ग से आती हूं। मंच से मेरा संबोधन हुआ था।
हमारे दो बार के विधायक निर्मल कुमावत का संबोधन हुआ। जयपुर की जिला प्रमुख रमा चोपड़ा और ग्रेटर निगम की मेयर सौम्या गुर्जर का भी संबोधन हुआ। ये सभी ओबीसी वर्ग से आते हैं। लेकिन शायद डोटसरा पर नाथी के बाड़े का इतना ज्यादा प्रभाव हो गया है कि उन्हें कुछ दिखाई ही नहीं देता हैं।