अलवर, : अलवर शहर में आबादी के बीच आज टाइगर पहुंच गया। शहर के वार्ड 28 में चेतन एन्क्लेव के पास भूरा सिद्ध से आने वाली नहर की दीवार पर टाइगर का शावक घूमता हुआ दिखाई दिया जो बगल के मकानों में लगे सीसी टीवी कैमरे में टाइगर कैद हो गया। इसका वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लोग अपने घरों से बाहर निकलने में असुरक्षित व डरे हुए महसूस कर रहे हैं। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद से वन विभाग हरकत में आया और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंची।
करीब 1 महीने पहले भी भूरा सिद्ध मंदिर के आसपास टाइगर देखा गया था। मंदिर के बगल में पानी की होद में टाइगर के शावक देखे गए। अब ये शावक बड़े हो चुके हैं वहीं टाइगर अब शहर में आने लगे हैं। हो सकता है रात को यह टाइगर आसपास के घरों तक पहुंचा भी सकता था लेकिन अभी केवल एक ही सीसीटीवी सामने आया है जिसमें टाइगर मकानों के बगल की दीवारों पर घूमता दिखाई दिया है। अलवर शहर से केवल 2 किलोमीटर सरिस्का के बफ र जोन के जंगल में टाइगर के शावक की बार-बार साइटिंग हुई। यह टाइग्रेस एसटी-19 का शावक है। इस टाइग्रेस के दो शावक हैं लेकिन एक की साइटिंग अधिक होती है जो शहर की आबादी के आसपास ही देखा जाता है। बाला किला के आसपास बफ र जोन में एसटी18 व एसटी 19 पहले से हैं। अब इनके दो शावक भी काफी बड़े हो गए हैं इस कारण यहां बफ र जोन के जंगल में 4-4 टाइगर हैं जो पर्यटन की दृष्टि से अच्छा है लेकिन अब टाइगर के शहर में आने से खतरा बढ़ा है। अलवर शहर से लगता सरिस्का क्षेत्र का बफ र जोन है जो करीब 150 किलोमीटर एरिया में फैला है। बाला किला और प्रताप बांध के आसपास पहले भी टाइगर देखे जा चुके हैं। इसके बाद प्रशासन से इस टैरिटरी को बढ़ा दिया था जहां एसटी19 के शावक का मूवमेंट है वह भी टाइगर की टेरिटरी है। मकान मालिक साक्षी मदान ने बताया कि वह सुबह ऊपर प्रथम मंजिल में जा रही थी, अचानक उनको उनके मकान के बगल में नहर की दीवार पर टाइगर चलता हुआ दिखाई दिया, ऐसे में उनके यहां मौजूद डॉग ने टाइगर की तरफ भौंकना शुरू कर दिया, उसके बाद वह अपने डॉग को प्रथम मंजिल से नीचे उतार कर लेकर आई और यह सारा मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। घर के पास टाइगर आने से पूरे परिवार में दहशत का माहौल हो गया। डीएफओ डी.पी. जागावत ने बताया कि सरिस्का में 11 फीमेल टाइगर हैं, 7 मेल टाइगर हैं। इनमें टाइगर एसटी 29 व एसटी 30 भी नए जुड़ गए हैं जो रणथम्भौर से अलवर आए हैं। इस तरह सरिस्का में अब कुल 28 टाइगर हो गए हैं जिनमें 14 बाघिन, 8 बाघ और 6 शावक हैं।
गौरतलब है कि पूर्व में भी कई बार घनी आबादी क्षेत्र में टाइगर व तेंदुए के आने की घटना हुई हैं। बाला किला बहुत क्षेत्र में एक बाघ, एक बाघिन व उनके दो शावक घूम रहे हैं। कई महीनों से उनकी साइटिंग हो रही है तो इस क्षेत्र में ही उनका मूवमेंट रहता है। बाला किला की तरफ जाने वाले सडक़ मार्ग पर बाघ कई बार पानी पीते दिखाई दिए तो कई बार प्रतापबंध से डडीकर की तरफ जाने वाले रास्ते पर भी बाघ नजर आया। यहां सफारी करने वाले लोगों को भी बाघ की साइटिंग हुई। ऐसे में वन कर्मी तैनात किए गए तो अब भूरा सिद्ध हनुमान मंदिर के पास चेतन एनक्लेव कॉलोनी में घर की दीवार व उसके पास नहर की दीवार पर बाघ चलता हुआ दिखाई दिया। इस घटना के बाद कॉलोनी में लोगों का जमावड़ा बना हुआ है वहीं मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बताया कि यह शावक है और उसकी उम्र करीब डेढ़ साल है।
2023-06-09