– 50 यूनिट प्रतिमाह बिजली का उपभोग करने वाले घरेलू उपभोक्ता व कृषि उपभोक्ता रहेंगे इससे मुक्त
जयपुर, 26 अप्रैल (ब्यूरो): प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली के आने वाले बिलों में फ्यूल सरचार्ज का झटका लगेगा। इसके लिए बिजली कम्पनियों ने गत वर्ष अप्रैल से जून के बीच हुए बिजली उपभोग पर लिया जाएगा। फ्यूल सरचार्ज की गणना गत वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई से सितम्बर के बीच हुए खर्च के आधार पर की गई है। वहीं 50 यूनिट तक बिजली उपभोग करने वाले उपभोक्ता और कृषि उपभोक्ताओं को इससे मुक्त रखा गया है और इसका खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। यह फ्यूल सरचार्ज की वसूली आगे के बिलों में होगी।
यह है फ्यूल सरचार्ज
राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग हर वर्ष बिजली खरीद समेत अन्य खर्च की गणना के बाद बिजली की दरें तय करता है। इसमें आयोग फिक्स कॉस्ट के साथ ही वेरिएबल कॉस्ट के रूप में बिजली टैरिफ निर्धारित करता है। वेरिएबल कॉस्ट कोयला, डीजल व परिवहन के खर्च से तय होती रहती है, जो बाद में तय की जाती है और इसकी वसूली उपभोक्ताओं से करने के निर्देश हैं। इसकी शुरुआत 2009 से की गई थी। इस फ्यूल सरचार्ज को हर तीन महीने में बदला जाता है। अब बिजली वितरण कंपनियां महंगी दरों पर खरीदी बिजली का अंतर भी फ्यूल सरचार्ज के रूप में वसूल रही है। फ्यूल सरचार्ज की गणना विद्युत विनियामक आयोग के निर्देशन में स्वतंत्र ऑडिटर के माध्यम से की जाती है और वेरिफिकेशन के बाद ही इसे लागू किया जाता है।
अगली बार ज्यादा होगा चार्ज
बता दें कि गत वर्ष छत्तीसगढ़ से कोयला नही मिलने की स्थिति में महानदी कोल माइंस से कोयला लेना पड़ा जो महंगा व कम गुणवत्ता का रहा। साथ ही केन्द्र सरकार के निर्देश पर 6 फीसदी आयातित कोयला उपयोग में लिया गया जो महंगा पड़ा। इन सबकी वजह से आगे फ्यूल सरचार्ज की राशि में ज्यादा बढ़ोतरी होने की संभावना है।