राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा- राजस्थान में सचिन पायलट के कहने से कॉन्स्टेबल भी नहीं हटता। राजस्थान में आप (सचिन पायलट) किसी के लिए पानी का टैंकर तक नहीं डलवा सकते हो। राजस्थान में आपकी इज्जत क्या बची है? यह भी बता दो। जो आपके आसपास थे, आपने उन्हें भी खत्म कर दिया। अब आप ‘फौजमार कप्तान’ बन चुके हो। आप अपनी ही फौज को खा गए। अशोक गहलोत भी ‘फौजमार कप्तान’ हैं, लेकिन सचिन पायलट उनसे भी बड़े ‘फौजमार कप्तान’ हैं। लोगों का इस्तेमाल कर उन्हें फेंक देते हैं। मुझे तो उनपर तरस आता है।
भीड़ नहीं आने के कारण 2 बजे हुई रैली की शुरुआत
RLP की छात्र अधिकार हुंकार रैली की शुरुआत जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में गुरुवार सुबह 11 बजे से होनी थी। भीड़ नहीं होने की वजह से लगातार रैली के वक्त को आगे बढ़ाया गया। दोपहर 2 बजे रैली की औपचारिक शुरुआत हुई। दोपहर करीब 3 बजकर 50 मिनट पर हनुमान बेनीवाल रैली स्थल पर पहुंचे।
प्रदेश में सचिन पायलट जैसे बहुत घूम रहे हैं
रैली को संबोधित करते हुए सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा- सचिन पायलट युवाओं को लेकर काफी ट्वीट करते हैं। कल-परसों मैंने उनका भाषण देखा था, जिसमें वह कह रहे थे नई-नई पार्टियां आ जाती हैं। डेढ़-दो बीघा जमीन बेचकर लोग स्कॉर्पियो खरीद लेते हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि उन्हें क्या तकलीफ है। क्या आप स्कॉर्पियो और फॉर्च्यूनर में नहीं बैठोगे। अगर आपके पिताजी मेहनत नहीं करते तो इस प्रदेश में आप जैसे काफी लोग घूम रहे हैं। कौन पूछता आपको और वैसे भी अभी कौन पूछ रहा है।
जैसा पायलट ने कहा, वैसा मैंने किया था
मैंने भी सचिन पायलट की दो बार मदद की थी। जब 2018 की विधानसभा चुनाव थे। मेरे पास सचिन पायलट का फोन आया आप मेरी मदद करें आप किसान के बेटे हैं। हम गुर्जर समाज के लोग तेजाजी की जय बोलते हैं। जाट समाज के लोग भी तेजाजी की जय बोलते हैं। मैंने उनसे पूछा, मुझे क्या करना है? पायलट साहब आप यह बताओ। तो उन्होंने कहा कि आप प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दो। फिर मैंने बोला मैं मीडिया को बुलाऊं। तो उन्होंने कहा- नहीं मीडिया भी मैं भेज दूंगा। बस आप यह कहना कि अगर कांग्रेस सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाती है तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीनों विधायक कांग्रेस को समर्थन देंगे। मैंने कहा ठीक है। ऐसा ही कर दूंगा। इसके बाद मैंने मीडिया में ठीक इसी तरह का बयान दिया।
बगावत के समय भी साथ दिया
इसके बाद जब सरकार गिर रही थी, तब पायलट साहब कांग्रेस के 19 विधायकों को लेकर मानेसर चले गए थे। उस वक्त में बीजेपी के गठबंधन में था। मेरे पास देश के बड़े नेताओं के फोन आए। उन्होंने कहा- आप हमारे साथ रहो। 72 प्लस तीन 75 हो जाएंगे। 19 वह लोग हो गए, कुल मिलाकर 94 विधायक हो जाएंगे। मैंने तब भी उनका साथ दिया। उस वक्त भी मैंने सचिन पायलट का समर्थन किया। मैंने कहा कि अगर पायलट को मुख्यमंत्री बनाओगे, तभी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीनों विधायक समर्थन देंगे।