उदयपुर, 10 मार्च (ब्यूरो)। होली को अचानक लापता हो गए 65 वर्षीय बुजुर्ग का शव शुक्रवार को शहर के कानपुर के समीप आयड़ नदी से बरामद हुआ। उसकी मौत को तीन दिन से अधिक हो गए और उसकी पहचान भी बड़ी मुश्किल से हो पाई। परिजनों ने आशंका जताई है कि हत्या के बाद किसी ने उनका शव नदी में फैंक दिया। प्रतापनगर थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार कानपुर निवासी 65 वर्षीय महेंद्र परिहार होली के दिन 6 मार्च को अचानक घर से लापता हो गया था। उसके परिजन उनकी तलाश में जुटे थे। परिजनों का कहना था कि याददाश्त कमजोर होने पर वह उन्हें कभी अकेले घर से नहीं निकलने देते थे। होली पर्व के चलते परिजन काम में जुटे थे और वह कब घर से निकल गए, पता नहीं चला।
शुक्रवार सुबह लोगों ने कानपुर में आयड़ नदी के पुल के समीप एक व्यक्ति का शव पड़े देखा और प्रतापनगर थाना पुलिस को सूचित किया। वहां लोगों की भीड़ जमा हो चुकी थी। पुलिस ने शव निकलवाया जिसकी स्थिति बेहद खराब हो चुकी थी। लोगों से लापता लोगों के बारे में पूछा गया तो महेंद्र परिहार के परिजन आए और उनके कपड़ों तथा शरीर के आधार पर उनकी पहचान की। हालांकि उनका चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था। इधर, मृतक का शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया तो डॉक्टर्स ने बताया कि जिस व्यक्ति का शव है, उसकी मौत लगभग तीन दिन पहले हुई होगी। गंदे पानी में पड़े रहने से शव फूल गया तथा पहचानने लायक नहीं रहा।
परिजनों ने आशंका जताई है कि महेंद्र परिहार की हत्या की गई और शव नदी में फैंक दिया गया। हालांकि उन्होंने बताया कि परिहार और उनके परिवार की किसी से आपसी रंजिश थी और ना ही अन्य कोई बात। ऐसे में फिलहाल पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज नहीं कर जांच में रखा है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद की कहा जा सकेगा कि यह एक्सीडेंटल मौत है या हत्या।