रफीक खान ने लाहोटी पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप,भाजपा विधायक ने जताया विरोध, मांगा एफिडेविट के साथ स्पष्टीकरण

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जयपुर: राजस्थान विधानसभा में बुधवार को कांग्रेस विधायक रफीक खान ने भाजपा विधायक अशोक लाहोटी पर सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा दिया, जिसके बाद कुछ देर तक सदन में हंगामे की स्थिति बनी रही। इस दौरान विधायक लाहोटी ने उनसे स्पष्टीकरण के साथ ही एफिडेविट देने की बात कही।
अनुदान मांगो पर चर्चा करते हुए कांग्रेस विधायक रफीक खान ने बिना सफाई किए बीवीजी कंपनी यानी भारत विकास ग्रुप के 100 करोड़ के बिल भुगतान का मुद्दा उठाया। इस दौरान सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी का नाम लेने पर सदन में हंगामा शुरू हो गया। इसके जवाब में लाहोटी ने यह कहते हुए रफीक खान से एफिडेविट मांग लिया कि वो उस समय महापौर थे ही नहीं, बावजूद इसके इस मामले में उनका नाम घसीटा जा रहा है। लाहोटी ने रफीक खान को नौसिखिया विधायक बताते हुए कहा कि यह इस तरह से सदन में बोल रहे हैं, जैसे रामगंज चौपड़ पर कोई भाषण दे रहे हो।
इससे पहले रफीक खान ने सदन में राजधानी की सफाई व्यवस्था का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जयपुर की सफाई व्यवस्था पूरी तरीके से चरमराई गई है। पहले भी बीवीजी यानी भारत विकास ग्रुप को सफाई की जिम्मेदारी दी गई थी उस वक्त भी सदन में बैठे सांगानेर से आने वाले विधायक महापौर थे। उन्होंने इस कंपनी को बिना सफाई किए ही 100 करोड़ देने की तैयारी कर ली थी, लेकिन हमारे विरोध के बीच उसे रोका गया। कांग्रेस विधायक के इस आरोप पर सदन में बैठे सांगानेर से भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि विधायक सदन में झूठ बोल रहे हैं जब बीवीजी कंपनी काम कर रही थी, उस वक्त वो महापौर थे ही नहीं।

लाहोटी बोले-नौसिखिया ऐसे बोल रहे हैं जैसे रामगंज चौपड़ पर भाषण दे रहे हो
लाहोटी ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सदन में जमकर हंगामा किया और कहा कि कांग्रेस के नौसिखिया विधायक सदन में ऐसे बोल रहे हैं, जैसे रामगंज चौपड़ पर भाषण देते हैं। अपनी आपत्ति के बीच भाजपा विधायक ने सदन में दस से ज्यादा बार नौसिखिया शब्द का इस्तेमाल किया।

राठौड़ ने मांगा स्पष्टीकरण
सदन में हुए हंगामे के बीच नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस के विधायक ने सदन में बैठे दूसरे विधायक का नाम लेते हुए उन्हें आरोपी बनाया है, उस पर उन्हें अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए। सदन में कही हुई बात रिकॉर्ड पर रहती है, इसलिए अगर उन्होंने किसी भी तरह के सीधे आरोप लगाए हैं तो उसका जवाब भी उनको देना चाहिए।

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