मावली विधायक धर्मनारायण जोशी ने उदयपुर की ताज अरावली होटल के अतिक्रमण का मुद्दा विधानसभा में उठाया

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उदयपुर, 2 मार्च। मावली विधायक धर्मनारायण जोशी ने गुरुवार को उदयपुर के बूझड़ा गांव स्थित ताज अरावली होटल के अतिक्रमण का मुद्दा विधानसभा में उठाया। जिसमें उन्होंन कहा कि किस तरह होटल ने पीछोला झील में गिरने वाली नदी अमरजोक की जमीन पर कब्जा कर लिया। यहां तक खुद राज्य सरकार ने नदी पेटे की भूमि पर भराव ही नहीं, किया बल्कि होटल के लिए सड़क तैयार कर दी। विधायक ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता के निवेश के चलते होटल ने ना केवल अवैध निर्माण किया, बल्कि नगर विकास प्रन्यास तथा सिंचाई विभाग ने सरकारी जमीन होटल को आवंटित कर दी।

उदयपुर जिले के मावली से भाजपा विधायक धर्मनारायण जोशी ने इस मामले में कमेटी गठित कर जांच का आग्रह सदन से किया। विधायक जोशी ने बताया कि कोडियात वन चौकी के पास से अमरजोक नदी बहती है। नदी के दूसरी ओर होटल होने से नगर विकास प्रन्यास ने ना केवल उसे रास्ता देने के लिए नदी का पेटा पाट दिया, बल्कि सरकारी रिकार्ड में दर्ज खसरा नंबर 106, 198 और 199 की भूमि पर करोड़ों रुपए खर्चे से रास्ता बनाकर डामरीकरण कर बिजली के खंभे लगवा दिए। इसके पीछे प्रन्यास का तर्क था कि यह रास्ता अन्य गांवों को जाता है, जबकि वास्तविकता यह है कि यह रास्ता होटल पर जाकर खत्म हो जाता है। जबकि राजस्थान हाईकोर्ट के अब्दुल रहम बनाम राजस्थान सरकार के आदेश से जाहिर है कि नदी पेटे की जमीन पर अतिक्रमण तथा सड़क बनाया जाना पूरी तरह अवैध है।

चारागाह, सिंचाई की ही नहीं, वन विभाग की भूमि सौंपने की तैयारी
विधायक धर्मनारायण जोशी ने सदन को बताया कि यूआईटी उदयपुर ने होटल को ना केवल चारागाह की भूमि आवंटित कर दी, बल्कि वन विभाग की भूमि भी सौंपने की तैयारी की जा रही है। नगर विकास प्रन्यास ने इसका प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा हुआ है। विधायक ने यह भी बताया कि सिंचाई विभाग को साल 2006 में देवास टनल के लिए खसरा नंबर 151 और 158 की भूमि दी थी, उसे भी होटल को अवैध रूप से आवंटित कर दिया गया। व्यावसायिक उपयोग पर पूरी तरह रोक के बावजूद होटल ने इस जमीन पर अवैध रूप से बैक्वेट गार्डन और हॉल आदि का निर्माण करा लिया। विधायक ने यह भी बताया कि होटल में 200 कमरे बनाए गए हैं, जिनका निर्माण बिना नियमानुसार मंजूरी से करा लिया गया।

जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग
विधायक धर्मनारायण जोशी ने कहा कि नदी पेटे, वन विभाग, चारागाह तथा सिंचाई विभाग की जमीन अवैध रूप से आवंटित किया जाना सुप्रीम कोर्ट तथा राजस्थान हाईकोर्ट के आदेशों की पूरी तरह अवमानना है। इस मामले में जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। यह मुद्दा बूझड़ा के ग्रामीणों ने उठाया लेकिन राज्य सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।

कांग्रेस का चिंतन शिविर भी इसी होटल में हुआ था आयोजित
उल्लेखनीय है कि बूझड़ा स्थित ताज अरावली होटल में पिछले साल 13 मई से 15 मई 2022 तक कांग्रेस का चिंतन शिविर भी आयोजित हुआ था। इसके अलावा 2022 में राज्यसभा चुनाव के दौरान भी यहां राज्य के कांग्रेसी तथा समर्थकों विधायकों की बाड़ावंदी भी यहीं हुई थी। राज्य के मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के लगातार यहां आने से अवैध निर्माण तथा अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई के बजाय इसे राज्य सरकार का संरक्षण प्राप्त हो गया।

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