बिसलेरी की अटक गई टाटा से डील:वैल्यूएशन को लेकर रुकी डील पर बातचीत, भारत की सबसे बड़ी पैकेज्ड वाटर कंपनी है

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टाटा कंज्यूमर और बिसलेरी के बीच डील पर बातचीत रुक गई है। इसका कारण वैल्यूएशन को बताया जा रहा है। बिसलेरी के मालिक इस डील से करीब 1 बिलियन डॉलर जुटाना चाहते थे। बिसलेरी भारत की सबसे बड़ी पैकेज्ड वाटर कंपनी है। रमेश चौहान ने इसे साल 1969 में करीब 4 लाख रुपए में खरीदा था। ब्लूमबर्ग ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है।

पिछले साल अगस्त में खबर आई थी कि सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड थम्स अप, गोल्ड स्पॉट और लिम्का को कोका-कोला को बेचने के लगभग तीन दशक बाद, रमेश चौहान बिसलेरी इंटरनेशनल को बेचने जा रहे हैं। कहा गया था कि 82 साल के चौहान के पास बिसलेरी को अगले लेवल पर ले जाने के लिए उत्तराधिकारी नहीं है। बेटी जयंती कारोबार में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखती।

27 साल की उम्र में मिनरल वाटर बेचना शुरू किया
मिनरल वाटर ब्रांड ‘बिसलेरी’ को भारत में पॉपुलर बनाने वाले रमेश चौहान का जन्म 17 जून 1940 को जयंतीलाल और जया चौहान के यहां मुंबई में हुआ था। उनके दोस्त उन्हें आरजेसी के नाम से बुलाते हैं। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग और बिजनेस मैनेजमेंट किया है। हमेशा अपने समय से आगे रहने के लिए जाने जाने वाले चौहान ने 27 साल की उम्र में भारतीय बाजार में बोतलबंद मिनरल वाटर पेश किया था।
पारले एक्सपोर्ट्स ने 1969 में इटली के एक बिजनेसमैन से बिसलेरी को खरीदा था और भारत में मिनरल वाटर बेचना शुरू किया था। 50 साल से ज्यादा के करियर में चौहान ने बिसलेरी को मिनरल वाटर का भारत का टॉप ब्रांड बना दिया। चौहान ने प्रीमियम नेचुरल मिनरल वाटर ब्रांड वेदिका भी बनाया है। इसके अलावा थम्सअप, गोल्ड स्पॉट, सिट्रा, माजा और लिम्का जैसे कई ब्रांड को बनाने वाले भी चौहान ही हैं।

जयंती ने प्रोडक्ट डेवलपमेंट की पढ़ाई की
रमेश चौहान की बेटी जयंती ने हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रोडक्ट डेवलपमेंट की पढ़ाई करने के लिए लॉस एंजिल्स के फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड मर्चेंडाइजिंग (FIDM) में एडमिशन लिया। फिर उन्होंने इस्टिटूटो मारंगोनी मिलानो में फैशन स्टाइलिंग को सीखा। उन्होंने लंदन कॉलेज ऑफ फैशन से फैशन स्टाइलिंग और फोटोग्राफी भी सीखी है। जयंती ने 24 साल की उम्र में बिसलेरी जॉइन की थी। उन्होंने दिल्ली ऑफिस का कार्यभार संभाला, जहां उन्होंने जमीनी स्तर पर शुरुआत की। उन्होंने फैक्ट्री का रेनोवेशन और ऑटोमेशन किया। 2011 में उन्होंने मुंबई ऑफिस का कार्यभार संभाला। न्यू प्रोडक्ट डेवलपमेंट के साथ वो पुराने प्रोडक्ट के ऑपरेशन को स्ट्रीमलाइन करने में भी शामिल रहीं। जयंती शौकिया फोटोग्राफर और ट्रैवलर भी हैं। अभी वो कंपनी में वाइस चेयरपर्सन हैं।

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